मध्यप्रदेश
29 नवम्बर 2019
अयोग्य शिक्षकों पर कसा शिकंजा
भोपाल । सरकार ने शिक्षा में गुणवत्ता लाने एवं अयोग्य शिक्षकों पर शिकंजा कसने के लिए यह फैसला लिया है। मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चैधरी ने बुधवार को बताया कि राज्य के कई सरकारी स्कूलों का प्रदर्शन पिछले तीन साल से बहुत खराब प्रदर्शन रहा। इन सरकारी स्कूलों के संबंधित शिक्षकों के लिए एक ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित किया था और उसके बाद हाल ही में उनकी दक्षता परीक्षाएं ली गई थीं। लेकिन कई शिक्षक इसमें पास नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि जब इनमें से कई शिक्षक पहली दक्षता परीक्षा में पास नहीं हुए, तो असफल शिक्षकों को फिर से ट्रेनिंग दी गई और दोबारा दक्षता परीक्षा देने का मौका दिया गया। शिक्षक दक्षता परीक्षा में दो बार फेल होने वाले शिक्षकों को मध्य प्रदेश सरकार अनिवार्य सेवानिवृत्ति देगी। हालांकि इसमें भी कुछ शिक्षक असफल रहे। चैधरी ने बताया कि जो शिक्षक दोनों बार ली गई परीक्षा में फेल हुए हों और 20 साल की नौकरी या 50 की उम्र पार कर चुके हों, उनको अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जाएगी। चैधरी ने बताया कि राज्य में शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के मद्देनजर यह कदम उठाया जा रहा है। जो शिक्षक इस दायरे में नहीं आते उन्हें नोटिस दिया जाएगा और उनके खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी।