उत्तर प्रदेश
22 फरवरी 2022
अस्पताल में एक्सरे की रिपोर्ट मोबाइल से फोटो खींचकर
सहारनपुर। जिले में बेहतर स्वास्थ्य सेवा में करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी मरीजों इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट डिजिटल एक्सरे की रिपोर्ट मरीजों को उनके मोबाइल से कंप्यूटर स्क्रीन पर एक्सरे की फोटो खींच कर दे रहे हैं। इसके बाद मरीज और उनके परिजन हड्डी रोग विशेषज्ञ को मोबाइल पर फ्रैक्चर की फोटो दिखाकर परामर्श लेते हैं। जिन मरीजों के पास एंड्रॉयड फोन नहीं हैं, वह निजी जांच केंद्रों से एक्सरे कराने को मजबूर हैं। मरीजों की सुविधाओं के लिए एसबीडी जिला अस्पताल में डिजिटल एक्सरे मशीन लगी थी। तभी से एक्सरे प्लेट के नाम पर खेल हो रहा है। मरीजों को एक्सरे की रिपोर्ट प्लेट पर देना तो दूर, ए-4 पेपर तक पर नहीं दी जाती है। मरीजों और उनके परिजनों को जुगाड़ से एक्सरे की रिपोर्ट दी जाती है। एक्सरे के बाद कंप्यूटर की स्क्रीन से मोबाइल से फोटो खींचकर दी जाती है। एसबीडी जिला अस्पताल में दो तरह की एक्सरे होते हैं। एक मैन्युअल और दूसरा डिजिटल। मैन्युअल एक्सरे में मरीजों को रिपोर्ट लेने में करीब एक घंटे इंतजार करना पड़ता है। जबकि डिजिटल एक्सरे की रिपोर्ट तुरंत मिल जाती है जिला अस्पताल में प्रतिदिन 50-60 मरीज एक्सरे के लिए आते हैं। सभी मरीजों को मोबाइल पर ही एक्सरे की फोटो दी जाती है। जिन मरीजों के पास मोबाइल नहीं होते, उन्हें प्राइवेट जांच केंद्रों से एक्सरे करवाना पड़ता है। बाहर पांच से सात सौ रुपए में एक्सरे होता है। डॉ. रमेश चंद्रा, प्रभारी प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल ने बताया कि सभी मरीजों का डिजिटल एक्सरे नहीं कराया जाता है। डिजिटल एक्सरे की फिल्म कम रहती है, इसलिए मैन्युअल एक्सरे अधिक कराए जाते हैं।