उत्तर प्रदेश
6 अक्टूबर 2021
अहेरिया समाज के हजारों लोगों ने किया ईको गार्डन पार्क में धरना-प्रदर्शन
लखनऊ। अहेरिया जाति को सरकारी गजट में सूचीबद्ध किये जाने की मांग को लेकर अहेरिया समाज के हजारों लोगों ने ईको गार्डन पार्क में धरना-प्रदर्शन किया जिसमें प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि सरकारी सूची में अहेरिया जाति का नाम शामिल ना होने की वजह से समाज को सरकारी योजनाओं से वंचित होना पड़ रहा है। भारत सरकार द्वारा जारी किये गये शासनादेश दिनांक 15-04-1950 पूर्व शासनादेश दिनांक अस्तित्व की लड़ाई के लिए सड़कों उमड़ा जनसैलाब, अहेरिया समाज लखनऊ में जाकर किया धरना-प्रर्दशन 30 अप्रैल 1936 के शासनादेश में संयुक्त प्रांत की अनुसूचित जाति की सूचीबद्ध में 61 जातियां अंकित की गई थी जिसमें अहेरिया जाति को दूसरे नम्बर पर सूचीबद्ध किया था। 15 अप्रैल 1950 के शासनादेश के अनुसार अनुसूचित जाति की सूची में 62 जातियां अंकित की गई। जिसमें मांक 2 पर अहेरिया जाति को सूचीबद्ध किया था। 11 अगस्त 1950 के शासनादेश उत्तर प्रदेश राज्य की अनुसूचित जाति की सूची में 64 जातियांे को अंकित किया गया। जिसमे अहेरिया जाति का कोई उल्लेख नहीं है। जबकि उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति की 7 जातियां और शामिल की गई है। जिसमे अहेरिया जाति का उल्लेख ना होने से लोगों में रोष उत्पन्न हो गया है।
जयपाल सिंह अहेरिया प्रदेश अध्यक्ष उत्तराखण्ड ने एक वार्ता मे बताया कि अब अहेरिया जाति के लोग आंदोलित हो चुके है। यूपी की तरह भी उत्तराखण्ड में जल्द ही सभी सम्बन्ध में एक ज्ञापन उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को दिया जायेगा। अब अहेरिया समाज को अनदेखा किया है? अहेरिया समाज जाग चुका है। अब गुमराह नहीं होगा। अहेरिया समाज के लोगों का कहना है कि हम मरे नहीं पर मौन है। समाज को राजनैतिक द्वेष असंवैधानिक तरीके से अहेरिया जाति को उक्त सूची से पृथक करके समाज के विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए आरक्षण का जायज हक मिलना चाहिए। पिछली सरकारों ने अहेरिया समाज पर कोई ध्यान नहीं दिया। जबकि दिल्ली तथा हरियाणा में अहेरिया जाति के अनुसूचित प्रमाण-पत्र बनाये जा रहे है। जिसको लेकर अहेरिया
समाज ने अनेकों बार शासन-प्रशासन को मांगपत्र भेजकर उत्तर प्रदेश में गुहार लगाई थी। जिस पर केन्द्र व राज्य सरकारों ने ध्यान नहीं दिया। जिस पर कोई कार्यवाही न होते देख उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन समाज कल्याण के डायरेक्टर को सौंपा। आरक्षण की मांग को लेकर अहेरिया समाज की महिलाओं व पुरूषो ने धरना-प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इस अवसर पर चन्द्रपाल सिंह अहेरिया, लोकेश कुमार, प्रमोद कुमार, राकेश पाल सिंह, प्रेम पाल सिंह, दिनेश राणा, बलवीर सिंह, सुंदर सिसौदिया, जितेन्द्र राणा, राकेश सिंह, रतन लाला, धर्मेन्द्र कुमार व अहेरिया समाज के हजारों लोग मौजूद थे।