उत्तराखण्ड
27 मई 2023
इस साल गंगा दशहरा का पावन पर्व 30 मई को दान का महत्व
हरिद्वार। इस साल गंगा दशहरा का पावन पर्व 30 मई को है. ज्येष्ठ शुक्ल दशमी तिथि को गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था, इसलिए हर साल इस तिथि को गंगा दशहरा मनाते हैं. गंगा दशहरा ज्येष्ठ माह के बड़े पर्व में से एक है. इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से पूर्वजन्म के भी पाप मिट जाते हैं और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. मां गंगा का जन्म वैशाख शुक्ल सप्तमी तिथि को हुआ था, वह ब्रह्म देव की पुत्री हैं. मां गंगा के जन्म लेकर पृथ्वी पर अवतरण तक उनसे जुड़ी कई बातें हैं, जिसे काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते है.
गंगा से जुड़ी रोचक बातें
- गंगा का जन्मरू वामन पुराण के अनुसार, भगवान विष्णु ने वामन अवतार में जब एक पैर आसमान में उठाया तो ब्रह्म देव ने उसे जल से धोया और पानी को कमंडल में रख लिया. कमंडल में उस जल से गंगा का जन्म हुआ. यह भी कहते हैं कि वामन देव के पैर से आसमान में छेद हुआ और उससे गंगा का जन्म हुआ.
- पिता ब्रह्म देव ने गंगा को दिया धरती पर रहने का श्रापरू एक बार ब्रह्म देव की सेवा में देवताओं के साथ राजा महाभिष भी उपस्थित थे. वहां पर गंगा ने उनको देखा. वे दोनों एक दूर देखने लगे. तभी ब्रह्म देव ने उन दोनों को देख लिया. इससे वे क्रोधित हो गए. उन्होंने महाभिष और गंगा को श्राप दिया कि तुम दोनों को पृथ्वी लोक में जन्म लेना होगा क्योंकि स्वर्ग में तुम्हारी इच्छा पूर्ण नहीं हो सकती.
- राजा शांतनु से हुआ गंगा का विवाहरू कहा जाता है कि ब्रह्म देव के श्राप के कारण ही गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ. फिर महाभिष राजा प्रतीप के घर शांतनु के रूप में जन्में और गंगा पृथ्वी पर स्त्री रूप में आईं. उसके बाद गंगा और शांतनु का विवाह हुआ. उसके बाद उनके 8वें पुत्र के रूप में भीष्म का जन्म हुआ.
गंगा दशहरा का महत्व
गंगा दशहरा को लेकर यह धार्मिक मान्यता है कि इस दिन ही मां गंगा स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुई थीं। गंगा दशहरा पर पवित्र गंगा नदी में स्नान जरूर करना चाहिए। अगर आपके लिए ऐसा कर पाना संभव न हो तो आपको घर पर ही स्नान करते हुए पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर लेना चाहिए। इस दिन मां गंगा की पूजा-अर्चना की जाती है।
गंगा दशहरा पर इन वस्तुओं का करें दान
गंगा दशहरे के पर्व पर गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान करने का विशेष महत्व होता है। ऐसा कहा जाता है कि गंगा दशहरा पर दान की जाने वाली वस्तुओं की संख्या 10 होनी चाहिए। इस दिन आप 10 फल, 10 पंखे, 10 सुराही, 10 छाते या फिर 10 हिस्से अन्न का दान कर सकते हैं। गंगा दशहरे पर कुछ लोग अपने घर में हवन पूजन करवाते हैं। कहते हैं इस दिन हवन करने से आपके घर से हर प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।