उत्तराखण्ड
11 नवम्बर 2025
काशीपुर वासियों को अब आवारा कुत्ते से निजात- दीपक बाली
काशीपुर। महापौर दीपक बाली ने आज यहां पशु चिकित्सालय कैंपस में बने एनिमल बर्थ कंट्रोल केंद्र का निरीक्षण कर यहां की व्यवस्थाओं को देखा। यह सेंटर अगस्त माह में शुरू हो गया था और अब तक इसमें काशीपुर नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों से पकड़ कर लाए गए करीब 7 00 कुत्तों का बधिया करण कर उन्हें रेबीज के इंजेक्शन लगाकर उन्ही स्थानो पर छोड़ा जा चुका है जहां से उन्हें पकड़ा गया था।
उल्लेखनीय है कि काशीपुर नगर निगम क्षेत्र में लगभग 8 – 10 हजार आवारा कुत्ते सड़कों पर घूमते हैं जो जनता के प्रति एक बहुत बड़ी समस्या बने हुए हैं। इन आवारा कुत्तों के बारे में समय-समय पर महापौर दीपक बाली से शिकायत की जाती रही है। यही कारण है कि श्री बाली आवारा कुत्तों की समस्या के प्रति गंभीर है और उन्होंने आज पशु चिकित्सालय पहुंचकर एनिमल बर्थ सेंटर का निरीक्षण किया और इस दौरान यहां तैनात पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर शिव कुमार ने उन्हें जिन-जिन समस्याओं के बारे में अवगत कराया उनका निदान शीघ्र कराने का महापौर ने आश्वासन दिया। आठ विद्युत लाइटों की उन्होंने तत्काल व्यवस्था करा दी। विद्युत संबंधी समस्या के प्रति उन्होंने तत्काल विद्युत विभाग के अधिकारियों से बात की और डॉक्टर शिवकुमार की भी वार्ता कराई। महापौर ने बताया कि माननीय सर्वाेच्च न्यायालय के आदेशा अनुसार शीघ्र ही इस कैंपस में कुत्तों के आश्रय स्थल का भी निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि निरंतर इस केंद्र की टीम कैचिंग वाहन के साथ शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जाती है और वहां से आवारा कुत्तों को लाकर उनका यहां बधिया करण किया जा रहा है। एक दिन में लगभग 15 कुत्तों का बधिया कारण होता है और उन्हें 5 दिन रखने के बाद उन्हीं जगहों पर छोड़ दिया जाता है जहां से उन्हें पकड़ा गया था। श्री बाली ने कहा कि अभी समय जरूर लगेगा लेकिन वह दिन दूर नहीं जब काशीपुर नगर निगम क्षेत्र में आवारा कुत्तों की समस्या से जनता को पूरी तरह राहत मिलेगी उन्होंने जनता से भी अनुरोध किया कि आवारा कुत्तों की रोकथाम में वह भी अपना सहयोग दे। इस केंद्र में तैनात डॉक्टर शिव कुमार ने बताया कि अभी तक इस केंद्र में केवल 85 कुत्तों के रखने की क्षमता है यह केंद्र अगस्त माह में शुरू हुआ था और 8 अगस्त को तीन कुत्तों का बधिया कारण किया गया था। उल्लेखनीय है कि करोड़ों रुपए की लागत से बना यह केंद्र बन कर तो तैयार हो गया था कई माह पूर्व मगर यहां की व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर इसे चालू करने की स्पीड महापौर दीपक वाली ने शुरू की और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 35 लाख रुपए की लागत से यहां आवश्यक उपकरण फर्नीचर विद्युत व्यवस्था कैचिंग वाहन आदि व्यवस्थाएं पूरी कराई। यहां लाए गए कुत्तों को पूरी तरह साफ सुथरे हालत में रखा जाता है और उन्हें अच्छा भोजन दिया जाता है। महापौर ने बताया कि रेबीज का इंजेक्शन लगने से अब अगर यह कुत्ते किसी को काट भी लेते हैं तो उससे पीड़ित व्यक्ति को ज्यादा दिक्कत नहीं होगी। इस केंद्र में विनोद कुमार पप्पू चंद्रा राजेश राम अवतार सुरेंद्र कुमार आदि पांच एनिमल केयर एवं शशांक कुमार दुबे असिस्टेंट मैनेजर तथा एक पशु चिकित्सा अधिकारी सहित कुल 7 लोग कार्यरत हैं। आज के निरीक्षण के दौरान पार्षद दीपा पाठक पुष्कर बिष्ट भाजपा मंडल अध्यक्ष मानवेंद्र मानस चौधरी समरपाल सिंह एवं नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अमरजीत सिंह साहनी भी मौजूद थे
