
मध्यप्रदेश
31 जुलाई 2020
कुदरत ने अपना करिश्मा दिखा कर सभी को चैंका दिया
विदिशा। आज भी हमारे देश में बच्चों का जन्म भगवान की देन माना जाता है। मध्य प्रदेश से ऐसी ही एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां कुदरत ने अपना करिश्मा दिखा कर सभी को चैंका दिया है। दरअसल, एक महिला ने बिना हाथ-पैर की बच्ची को जन्म दिया है, यानी नवजात सिर्फ सिर और धड़ के साथ ही पैदा हुई है। हालांकि इसके बावजूद वह पूरी तरह से स्वस्थ है। हैरान कर देने वाला यह मामला विदिशा जिले के सिरोंज का है। जहां मंगलवार शाम मोहर बाई नाम की महिला ने इस अनोखे बच्चे का जन्म हुआ है।

आसपास के लोग इसको भगवान का चमत्कार मान रहे हैं, दूर से इस बच्चे को देखने वालों की भीड़ लग रही है। डॉक्टरों के मुताबिक, बच्चे के दोनों पैर नहीं हैं, साथ ही उसके दोनों हाथ अविकसित होकर आधे-आधे रह गए हैं। सिरोंज शासकीय राजीव गांधी चिकित्सालय के डॉ. राहुल चंदेलकर का कहना है कि यह एक जन्मजात बीमारी है जो लाखों लोगों में से किसी एक में देखी जाती है। इस बीमारी को ट्रेट एमेलिया कहा जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि बिना हाथ-पैर के जन्म लेना, यह टेट्रो अमेलिया सिंड्रोम(Tetra-amelia syndrome) आनुवांशिक बीमारी के कारण होता है। ऐसे बच्चों के अभिभावकों या उनकी किसी पीढ़ी में इस बीमारी के जीन्स होते हैं। कई पीढ़ियों बाद ये किसी बच्चे में उभरकर सामने आ जाते हैं। हाल ही में कुछ दिन पहले ऐसी ही एक तस्वीर विदिशा जिले के गांव सांकला से कुछ दिन पहले सामने आई थी जहां, सोनू वंशकार के घर इसी तरह एक बिना हाथ-पैर वाली बच्ची का जन्म हुआ है। बच्ची के जन्म के बाद से मां चिंतित है, लेकिन पिता उसे भगवान की देन मान रहा है।
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