उत्तराखण्ड
19 दिसम्बर 2021
जिलों की घोषणा चुनावी मौसम में गर्म चाय की चुस्की
काशीपुर। प्रदेश चुनावी का माहौल गर्म है जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे है, वैसे ही जिला बनायों अभियान जोर पकड रहा है बीजेपी को छोड़ सभी पार्टी काशीपुर को जिला बनाने का दावा कर रहे है। यानि सियासी दल चुनावी मौसम में जिलों की गर्म चाय की चुस्की ले रहे है. इसमें बीजेपी काशीपुर सीट को लेकर ज्यादा आत्मनिर्भर दिख रही है उन्हे लगता है यह सीट इस बार भी हमारे पास ही रहेगी। परन्तु जिस तरह का विकास पिछले 10 साल में काशीपुर का हुआ है उससे यह नहीं लगता।
लेकिन आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने अपनी सरकार बनने पर काशीपुर के साथ-साथ नए जिलों के गठन करने की लंबी चौड़ी घोषणाएं कर डाली है। वह यह पूरी कोशिश में है कि यह सीट बीजेपी से छीन ले।
अगर बात करें जिलों की तो 86 हजार करोड़ के कर्ज में दबे उत्तराखंड प्रदेश में इस बात का भी अध्ययन नहीं किया कि नए जिलों की आवश्यकता भी है कि नहीं? और नए जिलों पर होने वाले सैकड़ों करोड़ के बजट की व्यवस्था कैसे और कहाँ से होगी? जिस हिसाब से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने जिले बनाने की घोषणा की है उस हिसाब से क्रमश 3000 करोड़ और 1800 करोड़ रूपये चाहिए.
अगर देखा जाये तो ये घोषणाएं पूरी तरह से चुनावी लगती है. राज्य बनने के बाद उत्तराखंड में एक भी जिला बनाने की जरुरत क्यों नहीं हुई? यह भी देखने वाली बात है. हां, तहसीलें दर्जनों बनाई लेकिन कइयों को आज तक पूर्णकालिक तहसीलदार तक नसीब नहीं हुए. कई तहसील तो ऐसी हैं जहां नाजिर छुट्टी पर जाता है तो तहसील के गेट पर ताला लग जाता है.
नेताओ के दावों और प्रतिदावों के बीच इस बात का अध्ययन नहीं किया गया कि जो घोषणाएं की जा रही है वो कैसे पूरी होंगी ? आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नए जिले बनाने की जो घोषणा हो रही है वो सामान्य वादों की तरह है या इसमें किसी तरह की कोई गंभीरता भी छुपी हुई है?
वहीं आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड में सत्ता में आने पर काशीपुर, रानीखेत, डीडीहाट, रुड़की, यमुनोत्री और कोटद्वार को जिला बनाने का वादा किया है. यह केवल चुनावी कैम्पेन है।
आम आदमी पार्टी के पास घोषणा करने के अलावा कुछ नहीं है, जिले बनाने थे तो आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में क्यों नए जिले नहीं बनाये ?
उधर चुनाव को मददेनजर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने घोषणा की है कि खटीमा, काशीपुर, डीडीहाट, रामनगर, कोटद्वार, यमुनोत्री, रुड़की, बीरोंखाल, गैरसैण, पुरोला को जिला बनाया जायेगा।