उत्तराखण्ड
2 जुलाई 2020
बॉयोमेट्रिक राशन वितरण व्यवस्था – बेवसाइट ने दिया दगा
देहरादून । कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सस्ता गल्ला दुकानों पर पिछले तीन महीनों से बंद चल रही बॉयोमेट्रिक राशन वितरण व्यवस्था ने अधूरी तैयारियों के कारण पहले ही दिन वेबसाइट ही दगा दे गई। इससे उपभोक्ताओं के साथ राशन विक्रेताओं को भी दिक्कत उठानी पड़ी। आपको बता दे कि शहर भर की सस्ता गल्ला दुकानों पर जुलाई माह का राशन वितरित किया गया। खाद्य सचिव के आदेश पर बुधवार को तीन महीने बाद बायोमेट्रिक मशीन से वितरण होना था। लेकिन सुबह जब राशन डीलरों ने राशन वितरण करना चाहा तो विभाग की वेबसाइट नहीं चली। जबकि दुकानों पर भीड़ जमा होने लगी। नगर के राशन डीलर संजय वर्मा ने बताया कि सुबह कंप्यूटर से बायोमेट्रिक व्यवस्था जोड़ने के बाद उनका फिंगरप्रिंट अपडेट तो हो गया, लेकिन कार्ड धारक का नंबर डालने पर उसका डाटा नहीं खुला। यही समस्या सतेंद्र चोपड़ा, शिवराज सिंह, दीपचंद्र, प्रेमचंद्र, उमा देवी समेत दूसरी दुकानों में भी रही। शहरभर के दुकानदारों ने जब पूर्ति निरीक्षकों को इसकी सूचना दी तो राशन डीलरों को मैनुअल वितरण की छूट देनी पड़ी। जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी, ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) और अंत्योदय कार्डधारकों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर तक तीन महीने से चली आ रही व्यवस्था के तहत पांच किलो चावल प्रति यूनिट और एक किलो दाल प्रतिकार्ड मुफ्त देने का ऐलान किया है। देहरादून जनपद में ढाई लाख से ज्यादा कार्डधारकों को इसका लाभ मिलना है। बुधवार को जुलाई के नियमित राशन लेने पहुंचे लोगों ने राशन मांगना शुरू कर दिया। इस पर कई दुकानों में बहस होने की बात भी सामने आई। शासन की ओर से सस्ता गल्ला दुकानों पर बायोमेट्रिक से राशन वितरण शुरू करवाने के आदेश थे। दुकानदारों ने वेबसाइट ना चलने की शिकायत की है। इसकी जानकारी शासन को दी जाएगी, ताकि समस्या का निदान हो सके।
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