उत्तराखण्ड
श्रद्धालुओं ने हरिद्वार से कांवड़ उठानी शुरू की
हरिद्वार। फ़ाल्गुन मास की महाशिवरात्रि पर्व के लिये श्रद्धालुओं ने हरिद्वार से कांवड़ उठानी शुरू कर दी है। श्रद्धालु 1 मार्च को महाशिवरात्रि पर शिव भोले का जलाभिषेक करेंगे। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि का भी विशेष महत्व होता है। शिव भक्तों ने महाशिवरात्रि की तैयारी करनी शुरू कर दी है। 1 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व पर शिवालयों में श्रद्धालुओं द्वारा भगवान शिव का आस्था के जल से अभिषेक किया जाएगा। इसको लेकर श्रद्धालुओं में अभी से उत्साह दिखने को मिल रहा है। अलग अलग राज्यो से श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचकर कांवड़ में गंगाजल लेकर रवाना होने लगे हैं। मान्यताओ के अनुसार फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और शक्ति का मिलन हुआ था। शिवपुराण में उल्लेखित एक कथा के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था और भोलेनाथ ने वैराग्य जीवन त्याग कर गृहस्थ जीवन अपनाया था।माना जाता है कि इस दिन विधिवत आदिदेव महादेव की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है व कष्टों का निवारण होता है। महाशिवरात्रि को लेकर श्रद्धालु भी हरिद्वार से जल लेकर अपने गंतव्यों की ओर बढ़ रहे है।