उत्तराखण्ड
8 अगस्त 2021
सेना के फर्जी दस्तावेजों के सहारे विदेश में नौकरी करने वालों का खुलासा
देहरादून। राज्य में एसटीएफ ने एक बड़ा खुलासा किया है यहां देश की सुरक्षा को ताक पर रखकर कई व्यक्तियों को सेना के फर्जी दस्तावेजों के जरिये नौकरी के लिए अफगानिस्तान भेजा गया है. इस काम में गिरफ्तार आरोपित रघुवीर सिंह की मदद कुछ पूर्व सैनिक कर रहे थे, जिसपर अब उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स और आर्मी इंटेलीजेंस की टीम जांच कर रही है. वहीं, कहा जा रहा है कि इस संबंध में जांच एजेंसियों के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। दरअसल, जनवरी महीने में एसटीएफ ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया था, जो सेना के फर्जी दस्तावेज बनाकर व्यक्तियों को अफगानिस्तान, इराक और दुबई आदि देशों में भेज रहा था। विदेश में उन्हें आर्मी एक्समैन बताकर नौकरी दिलाने की बात सामने आई थी. एसटीएफ ने डिस्चार्ज बुक व सेना से संबंधित मोहरे भी आरोपितों से बरामद की थी. मामले में एसटीएफ ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. मामले की जांच में एसटीएफ और आर्मी इंटेलीजेंस ने राष्ट्रीय एजेंसियों से संपर्क किया तो पाया कि काफी लोग फर्जी तरीके से संवेदनशील जगहों पर आर्मी के एक्समैन बनकर गए हैं। साथ ही जांच में पता चला कि सेना से रिटायर्ड कुछ अधिकारीयों की मिली भगत से ये पूरा गिरोह काम कर रहा है. साथ ही अन्य राज्यों में भी कुछ ऐसी प्लेसमेंट एजेंसियों के बारे में पता लगा, जो फर्जी तरीके से व्यक्तियों को अफगानिस्तान, इराक, दुबई और शिपिंग कंपनियों के लिए भेजती थीं. वहीं, मामले में एसपी एसटीएफ चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि कुछ ऐसे व्यक्तियों के बारे में जानकारी मिली है, जोकि फर्जी दस्तावेज बनाकर अफगानिस्तान जैसे संवेदनशील जगहों पर नौकरी करने के लिए गए हुए हैं. अन्य कुछ व्यक्ति जो संवेदनशील जगहों से वापस आए हैं, उनके पासपोर्ट व वीजा का सत्यापन करने के लिए राष्ट्रीय एजेंसियों से संपर्क किया जा रहा है. संदिग्ध व्यक्तियों व संस्थाओं के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए रिपोर्ट तैयार की जा रही है.