उत्तराखण्ड
15 मई 2023
अब पता चलेगा की फोन पर दी धमकी सही है या गलत
रुद्रपुर। कुमाऊं फोरेंसिक लैब में जल्द ही अब वाइस रिकॉर्डर मामलों की जांच भी शुरू होगी। इससे संबंधित इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की जांच के लिए जल्द ही लैब में एक यूनिट लगाई जाएगी। जांच करने के लिए विशेषज्ञों की भर्ती भी होगी। इससे पता चल जाएगा कि फोन पर दी धमकी सही है या नहीं। थानों में आए दिन धमकी देने और ब्लैकमेलिंग से संबंधित मामले आते हैं। इसके अलावा वीडियो साक्ष्य से संबंधित भी कई मामले आते हैं। मामलों की पुख्ता जांच के लिए न्यायालय के आदेश पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को फोरेंसिक साइंस लैब(एफएसएल) भेजा जाता है। जहां जांच के बाद धमकी, ब्लैकमेलिंग और वीडियो में कैद हुए अपराधों की पुष्टि होती है। कुमाऊं एफएसएल में यह सुविधा न होने से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अन्य प्रदेशों की लैब में भेजा जाता है। जिससे रिपोर्ट आने में लंबा समय लगता है और तब तक मामला लटका रहता है।