उत्तराखण्ड
5 अप्रैल 2021
आखिर क्यों नहीं है कोरोना का डर झूंड बनाकर लौट रहे छात्र-छात्राएं
काशीपुर। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में गृह परीक्षाए शुरू हो गई हैं। परीक्षाओं के लिए स्कूल प्रशासन तो सजग नजर आ रहे हैं, लेकिन बच्चे लापरवाह दिखे। आलम यह है कि स्कूल के गेट तक लाइन बनाकर आ रहे छात्र गेट से बाहर आते ही झुंड बनाकर घर को लौटते दिखाई दे रहे हैं। तीन परीक्षाएं पूरी होने के बाद भी स्कूलों की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
वहीं राजधानी में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच प्रदेश के सरकारी स्कूलों में गृह परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। वर्तमान में छठी से ऊपर की कक्षाओं की परीक्षाओं का आयोजन स्कूल में करवाया जा रहा है। हालांकि जो छात्र बीमारी या किसी दूसरे कारण से स्कूल नहीं पहुंच सके उन्हें ऑनलाइन परीक्षा का मौका दिया जा रहा है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्कूलों में परीक्षा दो पालियों में हुई। पहली पाली में सुबह आठ से 11 बजे और दूसरी पाली में साढ़े 11 से ढाई बजे के बीच चल रही है। सुबह परीक्षा से पहले दो से चार की संख्या में छात्र-छात्राएं एक साथ परीक्षा देने स्कूल तक पहुंच रहे हैं। यहां गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद छात्रों को परीक्षा में एंट्री दी गई। लेकिन परीक्षा छूटते समय छात्रों को संभालना शिक्षकों तक के लिए चुनौती साबित हो रहा है।
छात्रों को फोन कर बुलाया जा रहा स्कूल
हर छात्र को परीक्षा दिलाना स्कूलों के लिए भी चुनौती से कम नहीं है। गांधी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य एके कौशिक ने बताया कि परीक्षा के लिए छात्रों को फोन पर सूचना दी जा रही है। परीक्षा शुरू होने से पहले तक भी छात्रों को कॉल करने की नौबत है। जीजीआइसी राजपुर रोड की प्रधानाचार्य प्रेमलता बौड़ाई ने बताया कि कई छात्र कई दफा कॉल करने के बाद भी परीक्षा देने नहीं पहुंच रहे।
प्राथमिक कक्षाओं के लिए वर्कशीट
प्रदेश में अभी पहली से लेकर पांचवी तक की कक्षाओं के लिए स्कूल नहीं खुल सके हैं। शासन की ओर से इन छात्रों की परीक्षाएं वर्कशीट आधार पर लेने के निर्देश हैं। ऐसे में पांचवीं तक के छात्रों के लिए स्कूल प्रशासन उनके वाट्सएप नंबर पर ही पेपर बना कर भेज रहे हैं।
- आशा रानी पैन्यूली (मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून) ने कहा कि गृह परीक्षाओं के आयोजन में कोरोना के मानकों का पूरा ध्यान रखने के निर्देश स्कूलों को दिए गए हैं। छात्रों के बीच शारीरिक दूरी का पालन करवाने के लिए परीक्षा दो पालियों में आयोजित करने के निर्देश हैं। जो छात्र किसी कारण स्कूल नहीं पहुंच सके हैं उनके लिए ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। छात्रों और अभिभावकों को भी कोरोना मानकों का ध्यान रखना होगा, यह उनकी और अन्य लोग की सुरक्षा के लिए जरूरी है।