उत्तराखण्ड
29 जनवरी 2024
आखिर फाईलों में आगे क्यों नहीं बढ़ रही काशीपुर – धामपुर रेल लाइन?
काशीपुर। काशीपुर-जसपुर-धामपुर-नगीना के बीच बनने वाली रेल लाइन पिछले 12 वर्षों में फाइलों से आगे नहीं बढ़ पाई है। कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने वाली इस लाइन का दो बार सर्वे भी हो चुका है। सर्वे के बाद 62 किमी लंबी रेल लाइन में से 38 किमी लाइन यूपी में आ रही है। लाइन पर जो बड़े पुल बनने हैं वह अधिकतर यूपी में आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकारों के बीच आपसी तालमेल नहीं होने के कारण योजना धरातल पर नहीं उतर सकी।
काशीपुर-धामपुर रेल लाइन का वर्ष 2011 में सर्वे हुआ फिर लगभग चार साल पहले दोबारा सर्वे होने के बाद भी योजना अधर में लटक गई है। राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने लगभग 4-5 साल पहले पूर्व रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात कर योजना को धरातल पर लाने का प्रयास किया था। कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के बीच काठगोदाम से दून जाने वाला रेल मार्ग रामपुर-मुरादाबाद होकर जाता है। मुरादाबाद रेलवे जंक्शन होने के कारण कई बार ट्रेनों को कई-कई घंटे आउटर पर खड़ा रहना पड़ता है। ऐसे में दून जाने वाले यात्रियों का काफी समय बर्बाद होता है। यदि काशीपुर-धामपुर जसपुर होकर लाइन बन जाए तो राज्यवासियों की यात्रा सुगम और सस्ती होने के साथ समय की भी बचत होगी। उन्होंने बताया था 60 किमी नई रेल लाइन बनने से लगभग दून की लगभग 50 किमी दूरी कम हो जाएगी और दो घंटे के समय भी कम हो जाएगा। साथ ही काशीपुर और धामपुर रेलवे स्टेशन का विस्तार होने से व्यवसायिक गतिविधियां भी बढ़ जाएगी।