उत्तराखण्ड
31 जुलाई 2021
आशा कार्यकर्ताओं का 2 अगस्त कार्य बहिष्कार
अल्मोड़ा। आशा कार्यकर्ताओं ने 12 सूत्री मांगों को लेकर हुंकार भरी। विभिन्न ब्लॉकों से उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन, एक्टू और सीटू की आशाओं ने चौघानपाटा में धरना दिया। सरकार पर आशाओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। उन्होंने दो अगस्त से कार्यबहिष्कार पर जाने की चेतावनी दी। आशा कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, दर्जा नहीं मिलने तक अन्य कर्मियों की तरह आशाओं का मानदेय तय करने, न्यूनतम वेतनमान 21 हजार देने, सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन प्रावधान शुरू करने समेत तमाम मांगों को लेकर आशाओं में भारी रोष है। प्रदर्शन कर रहीं आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि लंबे समय से मांग करने के बावजूद उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर एक अगस्त तक उनकी सभी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई तो दो अगस्त से वह कार्यबहिष्कार पर रहेंगी। वहां जिलाध्यक्ष जानकी गुरुरानी, ब्लाक अध्यक्ष ममता तिवारी, महासचिव पूजा बगड़वाल, मुन्नी, हेमा बिष्ट, चंद्रा बिष्ट आदि मौजूद रहीं।
ताड़ीखेत, स्याल्दे, भिकियासैंण, सल्ट क्षेत्र से पहुंचीं कार्यकर्ताओं ने रानीखेत में जुलूस प्रदर्शन किया। कहा कि सरकार हर बार झूठे आश्वासनों के माध्यम से उन्हें छलने का कार्य कर रही है। अखिल भारतीय किसान महासंघ अध्यक्ष आनंद नेगी और आम आदमी पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जगदीश जोशी ने आंदोलन को समर्थन दिया। वहां ताड़ीखेत ब्लाक अध्यक्ष कमला जोशी, द्वाराहाट की अध्यक्ष ललिता मठपाल, स्याल्दे अध्यक्ष धना कत्यूरा, भिकियासैंण की कोषाध्यक्ष सरस्वती मेहरा, ललिता मठपाल, सरस्वती मेहरा आदि रहीं।