उत्तर प्रदेश
19 नवम्बर 2021
ई-कचरा जलाए जाने के साथ ही जहरीला धुआं बढ़ा प्रतिबंध लगाने की मांग
ठाकुरद्वारा । उत्तराखण्ड राज्य सीमा स्थित नगर के वाशिंदों को सर्दी बढ़ने के साथ दमघोंटू वातावरण में सांस संबंधी रोग सताने लगे हैं। पुलिस प्रशासन से ई-कचरा जलाए जाने के साथ ही जहरीला धुआं उगलती फैक्ट्रियों के ट्रीटमेंट प्लांट चेक कर अंकुश लगाने की मांग की गई है। ठाकुरद्वारा के लोगों को राज्य सीमा स्थित फैक्ट्रियों के धुएं के साथ ही बड़े पैमाने पर किए जा रहे ई-कचरे के अवैध धंधे से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिन ढलते ही आकाश में दमघोंटू धुआं छा जाता है और घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। फैक्ट्रियों के ट्रीटमेंट प्लांट की जांच और ई कचरे के जलाने पर प्रतिबंध लगाया जाना बेहद जरूरी है। वहीं काशीपुर-मुरादाबाद हाईवे की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। इस रोड पर राज्य सीमा पर स्थित फैक्ट्रियों की चिमनियों से निकलते जहरीले धुएँ साथ ही कुछ ही दूरी पर स्थित फरीदनगर रोड पर जलाए जा रहे ई कचरे का धुआं मिलकर इतनी बुरी हालत बना देते हैं कि यहां से गुजरते समय सांस लेना मुश्किल हो जाता है।