उत्तराखण्ड
10 जुलाई 2022
उत्तराखण्ड रोडवेज में कटा 25 हजार का चालान
देहरादून। चड़ीगढ़ में परिवहन विभाग की टीम ने उत्तराखंड रोडवेज काठगोदाम डिपो के ड्राइवर को बगैर वर्दी में देख बस रोकी दी। पता चला कि ड्राइवर के पास न तो डीएल था और न ही बस के कागजात। इस पर ड्राइवर को 25 हजार रुपये का चालान थमा दिया। यह चालान रोडवेज मुख्यालय तक पहुंचा तो अफसरों में हडकम्प मच गया। कोरोना संकट शुरू होने के बाद रोडवेज ने कर्मचारियों के भत्ते और कुछ सुविधाएं बंद कर दी थीं। इस बार चारधाम के साथ पर्यटक सीजन भी अच्छा रहा। रोडवेज ने अच्छी कमाई, लेकिन कर्मचारियों के भत्ते बहाल करना भूल गया। इसका खामियाजा रोडवेज को अब खुद भुगतना पड़ रहा है।
दीपक जैन, जीएम-संचालन, रोडवेज ने कहा कि शुक्रवार को काठगोदाम डिपो की बस चंडीगढ़ पहुंची तो ड्राइवर ने वर्दी नहीं पहनी थी। परिवहन विभाग की टीम ने बस रोकी और चेकिंग की। ड्राइवर के पास डीएल और बस के कागजात नहीं थे। टीम ने वर्दी नहीं पहनने पर 500, नेम प्लेट मामले में 500, डीएल मामले में 5000, परमिट मामले में 10 हजार, प्रदूषण प्रमाण पत्र मामले में 2000, बीमा मामले में 2000 और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट नहीं होने पर 5000 रुपये का चालान थमा दिया। यह चालान रोडवेज मुख्यालय पहुंचने के बाद अफसरों में हड़कंप मच गया। चंडीगढ़ में काठगोदाम डिपो की बस का 25 हजार रुपये का चालान हुआ है। ड्राइवर की जिम्मेदारी बनती है कि वह वर्दी पहने। कॉमर्शियल डीएल वालों के लिए वर्दी जरूरी है। चालान की पूरी राशि ड्राइवर को ही भरनी होगी।