उत्तराखण्ड
27 जून 2025
एनएच- 74 घोटाले में काशीपुर व देहरादून में ईडी के छापे
काशीपुर/देहरादून। एनएच- 74 घोटाले में आज एक पीसीएस अधिकारी समेत दो लोगों के यहां ईडी की टीम ने छापेमारी की है. देहरादून में एनएच 74 के आरोपी पीसीएस अधिकारी के आवास पर ईडी की छापेमारी की कार्रवाई की. इसके अलावा काशीपुर में एक एडवोकेट के आवास पर भी दोपहर से छापेमारी की कार्रवाई की गई.
बताते चलें कि वर्ष 2017 में एनएच- 74 में करोड़ों रुपए के घोटाले का मामला है. इस मामले में किसानों को मुआवजा देने की फाइल के दस्तावेजों के साथ बैंकिंग दस्तावेजों को ईडी के अधिकारी खंगाल रहे हैं. तीन गाड़ियों में एडवोकेट के घर पहुंची ईडी की टीम की कार्रवाई घंटे से लगातार जारी है. जमीनों को खुर्दबुर्द करके करके करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की गई थी, जिसकी जांच चल रही है. जिस एडवोकेट के यहां ईडी ने छापेमारी की है वो बहुजन समाज पार्टी का नेता हैं. वह पूर्व में काशीपुर विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुका है. इससे पहले आज ईडी की टीम ने उत्तराखंड में पीसीएस अधिकारी के घर और अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की थी. ये छापेमारी उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में की गई.
एनएच-74 घोटाले में जांच के दौरान सबसे चौंकाने वाली बात ये सामने आई थी कि पंजाब मूल के कई किसानों को मुआवजा मिला था. इस मामले की जांच के लिए त्रिवेंद्र सरकार ने एसआईटी का गठन किया था. जांच के बाद साल 2022 में एसआईटी ने कई लोगों पर कार्रवाई भी की थी. वहीं ईडी ने भी कई आरोपियों की संपत्ति अटैच की है.
ये है एनएच74 घोटाला- एनएच 74 घोटाले में एसआईटी ने 2,011 करोड़ रुपये के घोटाले की पुष्टि 2017 में की थी. जिसमें कई अधिकारी, कर्मचारी व किसान शामिल थे. जिन्होंने किसानों की कृषि योग्य भूमि को अकृषि दिखाकर यह कार्य किया. 1 मार्च 2017 को तत्कालीन आयुक्त सैंथिल पांडियन ने घोटाले की आशंका जताई. जिला अधिकारी उधमसिंह नगर को जांच के आदेश दिए. जांच सही पाए जाने पर तत्कालीन एडीएम प्रताप साह ने पंतनगर के सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज करवाया. इस मामले में कई बड़े लोगों के नाम सामने आए. उन्हें जेल भेज दिया गया, जबकि दो आईएएस अधिकारी भी निलंबित हुए.