उत्तराखण्ड
12 मार्च 2023
ऐतिहासिक झंडा मेला आज से शुरू
देहरादून। ऐतिहासिक झंडा मेला श्री गुरु राम राय दरबार साहिब में 86 फीट ऊंचे व 30 इंच मोटाई वाले झंडेजी के आरोहण के साथ आज से शुरू हो जाएगा। इस पल के साक्षी बनने के लिए देश-विदेश से पहुंची संगत से दरबार साहिब परिसर पैक हो गया है। दोपहर दो से शाम चार बजे के बीच दरबार साहिब के सज्जादा गद्दीनशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में झंडेजी का आरोहण होगा। इस बार संसार सिंह पुत्र स्व. फतेह सिंह ग्राम शेखूपुर बाग, पोस्ट जारला, नवा शहर, पंजाब के परिवार को झंडेजी पर पवित्र दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। हर वर्ष होली के पांचवें दिन दरबार साहिब में झंडेजी के आरोहण के साथ मेला शुरू होता है। 30 मार्च रामनवमी तक मेला चलेगा। बीते तीन-चार दिनों से उत्तराखंड के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से संगत का दरबार साहिब पहुंचने का सिलसिला जारी है। श्री दरबार साहिब श्री झंडेजी मेला आयोजन समिति की ओर से शनिवार देर शाम तक सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। आज नित्य पूजा-क्रम के बाद दरबार साहिब के सज्जादा गद्दीनशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज ने संगतों को दर्शन देकर उन्हें गुरु महाराज के बताए रास्ते पर चलने का संदेश देंगे। बताया कि उनके पिता संसार सिंह व माता सुरजीत कौर ने तकरीबन 100 वर्ष पहले परिवार की सुख शांति के लिए बुकिंग कराई थी। अमेरिका में रहने वाली बहन जसवीर कौर के साथ बुजुर्ग माता-पिता बीते सात फरवरी को उनके पास चले गए थे। प्राकृतिक रंगों से सजी दीवार, रोशनी से नहाया दरबार दरबार साहिब के द्वार व अन्य दीवारों पर बनाई कलाकृतियों को प्राकृतिक रंगों से सजाया गया है, जो दिखने में खास है।
इसके अलावा दरबार साहिब को झालर व रंग-विरंगी रोशनी से सजाया गया है। शनिवार देर शाम को पूरा दरबार परिसर जगमग नजर आया। पूरब की संगत को दी विदाई श्री दरबार साहिब, श्रीझंडा जी मेला आयोजन समिति के व्यवस्थापक केसी जुयाल ने बताया कि परंपरा के अनुसार झंडेजी के आरोहण की पूर्व संध्या पर शनिवार को पूरब की संगत को पगड़ी, ताबीज व प्रसाद देकर विदाई दी गई।
मेला आयोजन समिति व व्यवस्थापक केसी जुयाल ने बताया कि झंडेजी के आरोहण के तीसरे दिन यानी मंगलवार को दरबार साहिब के सज्जादा गद्दीनशीन देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में दरबार साहिब परिसर से सुबह साढ़े सात बजे से नगर प्ररिक्रमा शुरू होगी। जिसमें 25 हजार से अधिक संगत शामिल होगी।
देहरादून के संस्थापक श्री गुरु राम राय जी महाराज का हुआ था जन्म सिखों के सातवें गुरु श्री गुरु हरराय के बड़े पुत्र श्री गुरु राम राय जी महाराज ने वर्ष 1676 में दून में डेरा डाला था। उन्हें ही देहरादून का संस्थापक माना जाता है। उनका जन्म वर्ष 1646 में पंजाब के होशियारपुर जिले के कीरतपुर में होली के पांचवें दिन (चौत्र मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी को) हुआ था। इसीलिए दरबार साहिब में हर साल इस दिन झंडेजी के आरोहण के साथ मेला लगता है।
श्री गुरु राम राय ने ही लोक कल्याण के लिए यहां विशाल ध्वज (झंडेजी) को स्थापित किया था। संगतों ने की जैविक उत्पादों की खरीदारी दरबार साहिब में श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के छात्रों ने जैविक उत्पादों के स्टाल लगाए गए हैं। इसमें संगतों ने खूब खरीदारी की। संगतों की सेवा के लिए श्रीमहंत इन्दिरेश अस्पताल की चिकित्सकों की टीम भी तैनात है।
अस्पताल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी भूपेन्द्र रतूड़ी ने बताया कि रोगियों को निश्शुल्क दवा दी जा रही है। किसी भी तरह की घटना के लिए एंबुलेंस 24 घंटे उपलब्ध है। वहीं झंडा मेला के लिए दरबार साहिब परिसर में 200 से अधिक दुकानें सज गई हैं।