उत्तराखण्ड
3 दिसम्बर 2021
ओमीक्रोन वेरिएंट को लेकर राज्य सरकार जारी की नई एसओपी
देहरादून। कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर सरकार की ओर से नई एसओपी जारी की गई है। सरकार ने सख्ती करने के फैसले के साथ ही राज्य में फिर से कोविड प्रतिबंधों की शुरुआत कर दी गई है। मुख्य सचिव एसएस संधू की ओर से जारी एसओपी के अनुसार कोरोना के नए स्वरूप ओमीक्रोन से बचाव के लिए अब बार्डर, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, भीड़भाड़ वाले स्थानों और पर्यटक स्थलों पर रेंडम जांच की जाएगी।
राज्य के सभी विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, मेडिकल कॉलेजों, इंजीनियरिंग संस्थानों, नर्सिंग कॉलेजों, कृषि एवं प्रोद्योगिकी संस्थानों में पढ़ रहे छात्रों की कोरोना जांच की जाएगी। विवि और कॉलेजों में छात्र-छात्राओं की कोविड जांच होगी और किसी छात्र या शिक्षक के पॉजीटिव आने पर उनका अनिवार्य रूप से कोविड प्रोटोकॉल के तहत इलाज होगा।
राज्य के सभी फ्रंट लाइन वर्कर की कोविड जांच भी होगी। कमजोर व्यक्तियों की सुरक्षा जरूरी- 65 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को आवश्यक और स्वास्थ्य संबंधी कारणों से ही घर से बाहर निकलने की इजाजत होगी। गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं और पहले से ही बीमार लोगों को भी स्वास्थ्य कारण व जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की इजाजत होगी।
राज्य में संक्रमण बढ़ने और वायरस के नए स्वरूप को लेकर चिंता के बाद टीकाकरण में भी तेजी आ गई है। मंगलवार को राज्य भर में 71 हजार के करीब लोगों ने टीके लगवाए हैं। जबकि पिछले एक महीने के दौरान राज्य में टीकाकरण की गति बहुत धीमी चल रही थी। इस दौरान दो बार ही पचास हजार से अधिक लोगों को टीके लगाए गए। लेकिन मंगलवार को टीकाकरण में तेजी आई है।
ा
मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न होने पर कार्रवाई
मुख्य सचिव की ओर से जारी दिशा निर्देशों में कहा गया है कि सार्वजनिक स्थलों, कार्यालयों, सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में सफर के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य होगा। सार्वजनिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, सार्वजनिक स्थलों पर थूकने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य सचिव ने दिए सख्ती बरतने के निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने राज्य में वायरस के नए स्वरूप को लेकर कड़ाई बरतने के निर्देश दिए हैं। राज्य के सचिव स्वास्थ्य डॉ पंकज पांडेय ने बताया कि इस दौरान राज्य में कांट्रेक्ट ट्रेसिंग, कंटेनमेंट जोन के साथ ही कोविड जांच बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही इस संदर्भ में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दे चुकी है। राज्य में कोविड जांच बढ़ाने का निर्णय लिया गया है और राज्य भर में रेंडम जांच का भी निर्णय लिया गया है।
सोशल डिस्टेंसिंग पर फोकस
जिला पुलिस की क्राइम मीटिंग में डीआईजी जन्मेजय खंडूरी का फोकस कोरोना के बढ़ते प्रकोप को नियंत्रण करने पर रहा। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि सार्वजनिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंस का पालन कराएं। पुलिस के सभी कर्मचारी खुद भी मास्क पहनें और बिना मास्क सड़कों या बाजारों पर घूमने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें।