उत्तराखण्ड
26 जुलाई 2025
कानूनगो बीस हजार कीे रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
लक्सर। हरिद्वार जिले के लक्सर तहसील में विजिलेंस टीम ने बीते दिन बड़ी कार्रवाई करते हुए कानूनगो को रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया. आरोपी कानूनगो हाल ही में लेखपाल से प्रमोट होकर इस पद पर तैनात हुआ था और जमीन संबंधी कार्य के एवज में पीड़ित से बीस हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था. जिसकी पीड़ित व्यक्ति ने विजिलेंस कार्यालय में शिकायत कर दी, कानूनगो उसके भूमि संबंधी कार्य के निस्तारण के बदले बार-बार रिश्वत की मांग कर रहा था.
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए विजिलेंस टीम ने जाल बिछाकर आरोपी को पकड़ने की योजना बनाई. तय रणनीति के तहत पीड़ित को पैसे के साथ बुलाया गया और पूरे घटनाक्रम पर निगरानी रखी गई. जैसे ही पीड़ित ने चकबंदी कार्यालय के पास एक दुकान के समीप आरोपी को बीस हजार रुपए सौंपे, टीम ने तत्परता दिखाते हुए दबिश दी और आरोपी को रंगेहाथों पकड़ लिया. टीम ने मौके पर ही रिश्वत की रकम बरामद कर ली और आरोपी के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. विजिलेंस की इस कार्रवाई के बाद तहसील परिसर में हड़कंप मचा हुआ है. अधिकारी और कर्मचारी पूरे घटनाक्रम की चर्चा करते नजर आए.
विजिलेंस टीम ने सटीक रणनीति और त्वरित कार्रवाई से आरोपी कानूनगो को धर दबोचा. टीम लगातार घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए थी और जैसे ही आरोपी ने रिश्वत की रकम ली, तुरंत कार्रवाई कर की. जिसके बाद आरोपी को हिरासत में लेकर कानूनी प्रक्रिया शुरू की गई. आरोपी कानूनगो के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. देर शाम तक उसके किराए के मकान पर भी विजिलेंस टीम मौजूद रही. मामले में विजिलेंस टीम के इंस्पेक्टर पंकज पोखरियाल ने बताया कि काफी लंबे समय से शिकायत मिल रही थी जिसमें कानूनी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया गया है.आरोपी से पूछताछ जारी रही है, अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
गौर हो कि उत्तराखंड में भ्रष्टाचार को लेकर विजिलेंस की कार्रवाई लगातार जारी है. शिकायत मिलते ही विजिलेंस टीम एक्टिव होकर आरोपियों को जाल बिछाकर गिरफ्तार कर रही है. वहीं 19 मई को ही रुड़की में विजिलेंस की टीम ने अपर तहसीलदार के पेशकार को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते अरेस्ट किया था. एक अधिवक्ता की शिकायत पर विजिलेंस टीम ने अपर तहसीलदार के पेशकार पर कार्रवाई की थी. पत्रावली पर कार्रवाई कराए जाने के एवज में अपर तहसीलदार रुड़की के पेशकार लगातार रुपए की मांग कर रहा था. शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस सक्रिय हो गई थी