उत्तराखण्ड
17 अगस्त 2021
कुमाऊं की सबसे महंगी दवा की दुकान का टेंडर
हल्द्वानी। राज्य में इस दुकान से प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये किराया वसूला जाता है। डा. सुशीला तिवारी अस्पताल परिसर में कुमाऊं की सबसे महंगी दवा की दुकान है। एक बार फिर इस दुकान के टेंडर को लेकर बड़ा खेल सामने आया है। पिछले वर्ष से पांच गुना अधिक टर्नओवर रखने से हल्ला मच गया है। तमाम दवा दुकानदारों ने इसकी शिकायत की है। अब इस गंभीर प्रकरण का संज्ञान लेते हुए प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी ने संशोधन की बात कही है वर्तमान में बरेली की एक फर्म दवा की दुकान संचालित कर रही है। इसे तीन साल पूरा होने जा रहे हैं। इस फर्म ने कई महीनों का करोड़ों रुपये का किराया भी नहीं चुकाया है। कंपनी ने कोविडकाल का किराया माफी के लिए कई जगह पत्र भेजा, लेकिन हर जगह से निराशा मिली। फिर भी किराया नहीं चुकाया। वहीं राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने 11 अगस्त को दवा की इस दुकान के लिए नया टेंडर निकाला। यह टेंडर 26 अगस्त को खुलना है। इसमें पांच करोड़ 70 लाख रुपये का टर्नओवर रख दिया। जबकि पिछले वर्ष करीब एक करोड़ रुपये टर्नओवर रखा गया था। इसे लेकर हैसियत प्रमाण पत्र समेत तमाम कठिन शर्तें रख दी गई हैं। इस मामले में सोमवार को टेंडर को लेकर चर्चा होनी थी। इस दौरान स्थानीय दवा विक्रेताओं ने इतना अधिक टर्नओवर रखने का औचित्य पूछा। साथ ही अन्य मनमाने तरीके से रखे गए प्रविधानों के बारे में पूछा तो टेंडर कमेटी स्पष्ट जवाब नहीं दे सकी। दवा विक्रेता ने लिखित में भी इसकी शिकायत की है। शिकायत में कहा गया है कि दवाइयां कम से कम 57.60 और सर्जिकल सामग्री 63.90 फीसद छूट पर खरीदी जा रही हैं। इसके बावजूद मरीजों को छूट नहीं दी जा रही है। इस तरह के सवाल पहले भी उठे, लेकिन मामले को दबाया जाते रहा। प्राचार्य डा. अरुण जोशी ने बताया कि एसटीएच परिसर में दवा की दुकान के टेंडर को लेकर शिकायत मिली है। टर्नओवर आदि को लेकर सवाल उठाए हैं। टेंडर में रखी गई शर्तों में संशोधन करने को कहा गया है।