क्या आपका भविष्य अंधेरे में तो नहीं? आठ फर्जी विश्वविद्यालयों की पहचान

क्या आपका भविष्य अंधेरे में तो नहीं? आठ फर्जी विश्वविद्यालयों की पहचान

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दिल्ली
3 अगस्त 2021
क्या आपका भविष्य अंधेरे में तो नहीं? आठ फर्जी विश्वविद्यालयों की पहचान
दिल्ली। राज्य में आठ फर्जी विश्वविद्यालयों की पहचान यूपी की 8 यूनिवर्सिटीज फर्जी घोषित फर्जी विश्वविद्यालयों के खिलाफ यूजीसी करेगा कार्रवाई देश में चल रही फर्जी यूनिवर्सिटी को लेकर केंद्र सरकार ने एक बार फिर अहम जानकारी जारी की है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने संसद में दिए एक लिखित जवाब में बताया कि यूजीसी ने देशभर के 24 संस्थानों को फर्जी यूनिवर्सिटी करार दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इनके अतिरिक्‍त दो अन्‍य संस्‍थानों पर नियमों के उल्‍लंघन का आरोप है और मामला कोर्ट में लंबित है।

यूपी में आठ फर्जी विश्वविद्यालयों की पहचान
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा आठ ऐसे फर्जी विश्वविद्यालय हैं – वाराणसी संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी; महिला ग्राम विद्यापीठ, इलाहाबाद; गांधी हिंदी विद्यापीठ, इलाहाबाद; नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ इलेक्ट्रो कॉम्प्लेक्स होम्योपैथी, कानपुर; नेताजी सुभाष चंद्र बोस मुक्त विश्वविद्यालय, अलीगढ़; उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय, मथुरा; महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय, प्रतापगढ़ और इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद, नोएडा यूजीसी द्वारा फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची में शामिल किए गए है।

फर्जी विश्वविद्यालयों के खिलाफ यूजीसी करेगा कार्रवाई
फर्जी या गैर-मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के खिलाफ यूजीसी द्वारा उठाए गए कदमों पर विस्तार से बताते हुए, शिक्षा मंत्री प्रधान ने कहा, यूजीसी राष्ट्रीय हिंदी और अंग्रेजी समाचार पत्रों में फर्जी विश्वविद्यालयों/संस्थानों की सूची सार्वजनिक करेगा, जिससे छात्रों को भी इन शिक्षण संस्थाओं की पहचान करने में आसानी हो।

उन्होंने कहा, आयोग राज्य के मुख्य सचिवों, शिक्षा सचिवों और प्रमुख सचिवों को अपने अधिकार क्षेत्र में स्थित ऐसे विश्वविद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र भी लिखेगा। इसके अलावा अवैध डिग्री प्रदान करने वाले अनधिकृत संस्थानों को कारण बताओ और चेतावनी नोटिस जारी किए जाएंगे।

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