उत्तराखण्ड
22 जुलाई 2025
गढ़वाल मंडल विकास निगम और कुमाऊं मंडल विकास निगम का होगा एकीकरण
देहरादून। प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को गढ़ी कैंट मौजूद पर्यटन निदेशालय में पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक की. इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों के साथ सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की. साथ ही महत्वपूर्ण योजना पर तेजी से काम करने के दिशा-निर्देश भी दिए.
समीक्षा बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने इन मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की-
गढ़वाल मंडल विकास निगम और कुमाऊं मंडल विकास निगम के एकीकरण की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश.
मानसखंड मंदिर माला मिशन की तरह ही केदार खंड मंदिर माला मिशन का मास्टर प्लान तैयार करने को कहा.
चारधाम यात्रा रूट पर खराब शौचालयों की ठीक करते हुए साफ-सफाई के अलावा उन में वेस्टर्न टॉयलेट भी लगाने को कहा गया.
त्रियुगीनारायण को वैदिक पर्यटन विलेज के रूप में होगा विकसित.
स्थानीय युवाओं के ग्रुप तैयार कर उन्हें कैंपेनिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी.
समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि रुद्रप्रयाग स्थित त्रियुगीनारायण एक अनोखा और आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण विवाह स्थल है. इसे भगवान शिव और देवी पार्वती के विवाह स्थल के रूप में भी जाना जाता है. यह स्थान इतिहास, पौराणिक कथाओं एवं प्राकृतिक सुंदरता की दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ इसे आध्यात्मिक और पारंपरिक स्पर्श वाली शादियों के लिए जाना जाता है. इसलिए त्रियुगीनारायण को वैदिक पर्यटन विलेज के रूप में घोषित किया जाये.
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की समीक्षा बैठक.
शीतकालीन चारधाम यात्रा की अभी से तैयारी से निर्देश- वहीं उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न पर्यटन एवं ट्रैकिंग रूटों पर स्थानीय युवाओं के ग्रुप तैयार कर उन्हें कैंपेनिंग की ट्रेनिंग दी जाए, ताकि पर्यटकों को सुविधा मिलने के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिल सके. समीक्षा बैठक के दौरान पर्यटन मंत्री महाराजा ने शीतकालीन चारधाम यात्रा की तैयारी पहले से ही किए जाने और उनका प्रचार प्रसार कराने के लिए भी पर्यटन अधिकारियों को निर्देशित किया.
चारधाम यात्रा को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड दर्ज कराने की तैयारी- उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग के सरकारी आवासों की स्थिति अत्यंत खराब है. इनकी तत्काल मरम्मत करवाई जाए और चारधाम यात्रा को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करवाने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए.
उन्होंने निर्देश दिए की कुमाऊं मंडल के पर्यटक आवास गृहों में फास्ट ईवी चार्जर लगाने के साथ-साथ राज्य में अवैध रूप से चल रहे होटल एवं रिसोर्ट के पंजीकरण हेतु अभियान चलाया जाए. इसके अलावा मंत्री महाराज ने पर्यटन के 4800 करोड़ की योजनाएं की भी समीक्षा की.
मंत्री महाराज ने बताया कि वर्ष 2025-26 में पर्यटन विभाग में 48,676.05 लाख की विभिन्न योजनाएं स्वीकृत की गई हैं, जिनमें महासू देवता हनोल में 5,240.85 लाख की धनराशि में से 2, 246.76 लाख की धनराशि से वीआईपी लॉन्ज, धर्मशाला, यज्ञशाला, दुकानों और पवेलियन सहित 10 से अधिक निर्माण चल रहे हैं.
इसके अलावा मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत 28 मंदिरों को विकास करने हेतु चयनित किया गया है. पहले चरण में 16 मंदिरों में अवस्थापना विकास हेतु 125.25 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 51.14 करोड़ की धनराशि जारी भी की जा चुकी है. वहीं 6 मंदिरों में कार्य शुरू हो चुका है.
महाराज ने बताया कि कैंची धाम परिसर विकास योजना के तहत 40.81 करोड़ की परियोजनाओं पर कार्य तेजी से चल रहा है जबकि केंद्र सरकार की ष्चौलेंज बेस्ट डेस्टिनेशन डेवलपमेंट योजनाष् के तहत 17.59 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है.