उत्तराखण्ड
26 दिसम्बर 2024
चुनावी माहौल में पत्रकारों को मिल रही कई दिलचस्प कहानियां
देहरादून/काशीपुर। निकाय चुनाव का माहौल गर्म है और देहरादून में पार्टियों के दफ्तर इस समय टिकट के दावेदारों से गुलजार हैं.। बीजेपी और कांग्रेस दोनों के दफ्तरों में सुबह से देर रात तक चहल-पहल बनी रहती है। टिकट पाने की होड़ में लोग अपने-अपने तरीके आजमा रहे हैं। कई ऐसे दावेदार हैं, जिन्होंने जीवन में कभी पार्टी के लिए काम नहीं किया व कुछ ऐसे जो दूसरी पार्टी से आये। लेकिन अब अचानक अपने को आजन्म भाजपाई या कांग्रेसी बताते हुए टिकट के लिए सिफारिशें कर रहे हैं।
कई दावेदार ऐसे भी हैं, जो अपनी पूरी ताकत और जुबान में मिठास घोलकर दफ्तर में टिकट की पैरवी कर रहे हैं। इनमें से कई खुद को पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता बताते हुए टिकट मांग रहे हैं। तो कुछ दावेदार यह दावा कर रहे कि वे 20 साल से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, इस माहौल मे पत्रकारों ने चुटकी लेते हुए पूछा, कई से पूछा कि भाई, आप कौन से जिले के हैं? इस पर दावेदार ने बड़ी चतुराई से जवाब दिया, सर, जहां से टिकट मिलेगा, वहीं का हूं।
नगर पंचायत और नगर पालिका के इन चुनावों में कई ऐसे चेहरे भी मैदान में उतर रहे हैं, जिनका राजनीति से कभी कोई लेना-देना नहीं रहा। लेकिन आरक्षण बदलने के बाद अचानक दावेदारी करने वालों की संख्या बढ़ गई है। इनमें से कई ऐसे हैं, जिन्होंने पैसा तो खूब कमाया, लेकिन राजनीति में अनुभव के नाम पर उनके पास सिर्फ जुबानी दावे हैं।
चुनाव का समय कई लोगों के लिए मौके लेकर आता है। कुछ लोग उम्मीदवारों की पैरवी करने के नाम पर अपना रुतबा दिखाने में लगे हैं तो कोई पाटी के प्रति अपने परिवार की पुरानी कहानी बात रहा है। पार्टी दफ्तरों में यह पूरा माहौल किसी मेले जैसा बना हुआ है टिकट के दावेदार, उनके परिवार, और पैरवी करने वाले लोग यहां डेरा जमाए हुए हैं। कोई नेता तो फोन कॉल्स और सिफारिशों के जरिए अपनी दावेदारी मजबूत करने में जुटा है।
चुनावी माहौल में पत्रकारों को भी कई दिलचस्प कहानियां मिल रही हैं। टिकट के लिए हो रही जद्दोजहद के बीच, पुराने और नए चेहरों को करीब से देखने का मौका मिल रहा है। कुछ चेहरे ऐसे हैं, जो लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं, तो कुछ ऐसे भी हैं, जो पहली बार मैदान में उतर रहे हैं। निकाय चुनाव में टिकट के लिए हो रही इस हलचल का नजारा अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा। जैसे-जैसे नामांकन की अंतिम तारीख नजदीक आ रही है, दावेदारों की भागदौड़ और तेज हो गई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार कौन से चेहरे मैदान में उतरते हैं और किसकी मेहनत रंग लाती है।