नई दिल्ली
1 फरवरी 2021
ट्रेन में लगी यात्री इच्छाधारी खिड़कियां
नई दिल्ली। वातानुकूलित श्रेणियों में सफर करने वाले यात्री सफर के दौरान अपनी प्राइवेसी बरकरार रखना चाहते हैं। ऐसा बिल्कुल पसंद नहीं करते कि कोई उनकी ओर ताक-झांक करे। पर कोरोना काल में यात्री ट्रेनों से पर्दे हटा लिए जाने से ऐसा मुमकिन नहीं हो पा रहा था। अब रेलवे ने यात्रियों की इस समस्या का हल तलाश लिया है। ऐसी तकनीक तलाशी गई है जिससे ट्रेन में पर्दे लगाने की जरूरत ही नहीं है, बावजूद यात्री अपनी सुविधा के अनुसार पर्दे में रह सकेंगे। इसके लिए ट्रेन की खिड़कियों को पॉलिमर डिस्पर्स्ड लिक्विड क्रिस्टल आधारित स्मार्ट स्वीच ( Polymer Dispersed Liquid Crystal Switchable Technology) से लैस किया गया है। इस तकनीक पर आधारित फिल्म हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस की खिड़कियों में लगाई गई है।
धूप से भी बचाव करेगी यह खिड़की
Polymer Dispersed Liquid Crystal Switchable Technology पर आधारित खिड़कियों को यात्री अपनी सुविधा के अनुसार स्वीच ऑन और ऑफ कर सकेंगे। खिड़की के शीशे को पारदर्शी रखना है या नहीं, यह निर्णय यात्री खुद लेंगे। इससे न सिर्फ उनकी प्राइवेसी बनी रहेगी बल्कि खिड़कियों से आनेवाली तेज धूप और अल्ट्रावायलेट किरणों से भी उनका बचाव होगा। पहली बार हावड़ा से नई दिल्ली जानेवाली राजधानी एक्सप्रेस में इसकी शुरुआत हुई है। इसके साथ ही 02301 हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी स्मार्ट स्वीच आधारित खिड़कियों वाली देश की पहली ट्रेन बन गई है। आने वाले दिनों में दूसरी ट्रेनों में भी ऐसी खिड़कियां लगाई जाएंगी।