कोरोना अपटेड - सार्वजनिक स्थानों पर मास्क जरूर लगाएं

दिल्ली में कोरोनावायरस से एक मौत

Spread the love

दिल्ली
23 December 2022
दिल्ली में कोरोनावायरस से एक मौत
दिल्ली | राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस (Coronavirus) से एक मरीज की मौत के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) एक्शन प्लान में जुट गए हैं। बता दें कि कई देशों में कोविड मामलों में अचानक आई तेजी के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज यानी बृहस्पतिवार को आपात बैठक बुलाई है।

सीएम इसमें स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। वे अधिकारियों से संबंधित विभागों व एजेंसियों के इंतजामों के बारे में जानेंगे और उनको आवश्यक निर्देश देंगे। दिल्ली सरकार की स्थिति पर पूरी तरह से नजर है और बैठक में विस्तृत चर्चा होगी। माना जा रहा है कि इस बैठक में कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है।उल्लेखनीय है कि बुधवार को कोरोना के पांच नए मामले सामने आए। वहीं, पिछले 24 घंटे में एक मरीज की मौत हो गई और आठ मरीज स्वस्थ हुए। संक्रमण दर 0.19 प्रतिशत रही। मौजूदा समय में दिल्ली में कोरोना के 27 सक्रिय मरीज हैं। 19 मरीज होम आइसोलेशन में और तीन मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। जिनमें से एक मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर है। कंटेनमेंट जोन की संख्या तीन है।केंद्र सरकार के आदेश के बाद दिल्ली सरकार के लोकनायक और आइएलबीएस अस्पताल में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पाजिटिव सैंपल को जुटाया जा रहा है। सरकार के एक अधिकारी के अनुसार पाजिटिव सैंपल की दैनिक आधार पर जीनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी। इससे पता चल पाएगा की कोरोना का कोई नया वैरिएंट तो नहीं पनप रहा है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बार फिर से रेंडम जांच की जाएगी।सूत्रों की माने तो कोरोना प्रभावित देशों से आ रहे लोगों की अनिवार्य रूप से जांच की जाएगी। इसमें देखा जाएगा कि किसी भी यात्री में कोई लक्षण तो नहीं। यदि किसी में लक्षण पाए जाते हैं तो उसे क्वारंटाइन कर दिया जाएगा। यहां बता दें कि जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, चीन और अमेरिका में कोविड-19 के मामलों में अचानक आई तेजी के बीच केंद्र सरकार ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आग्रह किया था कि वायरस के उभरते हुए स्वरूप पर नजर रखने के लिए संक्रमित सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग को तैयार किया जाए।

उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा कि इस तरह की कवायद से देश में कोविड के नए स्वरूप का समय पर पता लगाने में मदद मिलेगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करना सुविधाजनक होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *