देश खुल गया है अब सर्तक रहने की जरूरत

Spread the love

नई दिल्ली
31 मई 2020
देश खुल गया है अब सर्तक रहने की जरूरत
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं कोरोना काल में यह तीसरा मौका है वह देश के लोगों को संबोधित कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा, कोरोना के प्रभाव से हमारी मन की बात भी अछूती नहीं रही। पिछली मन की बात की समय पैसेंजर ट्रेन, बसें, हवाई सेवा बंद थी। इस बार काफी कुछ खुल चुका है। उन्होंने कहा कि तमाम सावधानियों के साथ धीरे-धीरे उद्योग भी चलना शुरू हुआ है, यानी, अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा अब चल पड़ा है, ऐसे में, हमें और ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है. प्रधानमंत्री ने कहा हमारी जनसंख्या ज्यादातर देशों से कई गुना ज्यादा है, फिर भी हमारे देश में कोरोना उतनी तेजी से नहीं फैल सका, जितना दुनिया के अन्य देशों में फैला। उन्होंने कहा कि हमारे डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी, मीडिया के साथी ये सब जो सेवा कर रहे हैं, उसकी चर्चा मैंने कई बार की है. मन की बात में भी मैंने उसका जिक्र किया है. सेवा में अपना सब कुछ समर्पित कर देने वाले लोगों की संख्या अनगिनत है।

पीएम ने कहा, देश के सभी इलाकों से महिला के परिश्रम की भी अनगिनत कहानियां इन दिनों हमारे सामने आ रही हैं गांवों, कस्बों में, हमारी बहनें-बेटियां, हर दिन मास्क बना रही हैं। तमाम सामाजिक संस्थाएं भी इस काम में इनका सहयोग कर रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, मैं सोशल मीडिया में कई तस्वीरें देख रहा था कई दुकानदारों ने दो गज की दूरी के लिए, दुकान में बड़े पाइपलाइन लगा लिए हैं। जिसमें, एक छोर से वो ऊपर से सामान डालते हैं। और दूसरी छोर से ग्राहक अपना सामान ले लेते हैं।

उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति को बदलने के लिए इच्छाशक्ति के साथ ही बहुत कुछ इनोवेशन पर भी निर्भर करता है. हजारों साल की मानव जाति की यात्रा लगातार इनोवेशन से ही इतने आधुनिक दौर में पहुंची है।

पीएम मोदी ने कहा, हमारे देश में भी कोई वर्ग ऐसा नहीं है जो कठिनाई में न हो, परेशानी में न हो और इस संकट की सबसे बड़ी चोट अगर किसी पर पड़ी है तो वो हमारे गरीब, मजदूर, श्रमिक वर्ग पर पड़ी है. उनकी तकलीफ, उनका दर्द, उनकी पीड़ा शब्दों में नहीं कही जा सकती।

उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई का यह रास्ता लंबा है. एक ऐसी आपदा जिसका पूरी दुनिया के पास कोई इलाज नहीं है. जिसका कोई पहले का अनुभव ही नहीं है. ऐसे में नई नई चुनौतियों और उसके कारण परेशानियां हम अनुभव कर रहे हैं।

पीएम ने कहा कि श्हमारे रेलवे के साथ दिन-रात लगे हुए हैं. केंद्र हो, राज्य हो, स्थानीय स्वराज की संस्थाएं हो- हर कोई दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। जिस प्रकार रेलवे के कर्मचारी आज जुटे हुए हैं, वे भी एक प्रकार से अग्रिम पंक्ति में खड़े कोरोना वॉरियर्स ही हैं।

पीएम मोदी ने कहा, हमारे देश में करोड़ों-करोड़ गरीब, दशकों से एक बहुत बड़ी चिंता में रहते आए हैं- अगर बीमार पड़ गए तो क्या होगा? इस चिंता को दूर करने के लिए ही करीब डेढ़ साल पहले आयुष्मान भारत योजना शुरू की गई थी कुछ ही दिन पहले आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की संख्या एक करोड़ पार हो गई है। इसमें से भी करीब 50 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं-बेटियां हैं. इन लाभार्थियों में ज्यादातर ऐसी बीमारी से पीड़ित थे जिनका इलाज सामान्य दवाओं से संभव नहीं था.



जुड़े रहिये हमारे साथ ऐसी ही ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए

अन्य ख़बरों की जानकारी के लिए हमें फेसबुक पर ज्वाइन करें और ट्विटर पर फॉलो करें

कमेंट में बताएं और न्यूज शेयर करें

Suryavanshamtimes.com



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *