प्रत्याशी मतदाताओं को रिझाने के लिए एक से बढ़कर एक सगूफा छोड रहे

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नीरज ठाकुर

उत्तराखण्ड
30 जनवरी 2022
प्रत्याशी मतदाताओं को रिझाने के लिए एक से बढ़कर एक सगूफा छोड रहे
काशीपुर। गावों में एक कहावत है कि साप भी मर जाए और लाठी भी नहीं टूटे। उक्त कहावत का चरितार्थ रूप इन दिनों विधान चुनाव के दौरान देखने को खूब मिल रहा है, जहां चुनावी प्रत्याशी बिना अपना कुछ गंवाए अपने उद्देश्य कि पूर्ति मे सफलता पाने की फिराक में हैं। दरअसल एक समय था जब चुनाव के दौरान प्रत्याशी मतदाताओं को रिझाने के लिए एक से बढ़कर एक सगूफा छोड़ते थे। फिर जमाना प्रलोभन का आ गया। देखा जाने लगा कि मतदाताओं को रिझाने के लिए कौन कितना बड़ा प्रलोभन दे सकता है। विरोधियों मे कोई इसे लालीपॉप की संज्ञा देता, तो कोई इसे सब्जबाग कहता।

खैर जो भी हो, मगर मतदाता भी इस फिराक में रहते कि किस प्रत्याशी का लालीपॉप कितना मीठा है और कितना दमदार। साथ ही देखना यह भी होता कि कौन प्रत्याशी अपने लालीपॉप को मतदाताओं के बीच परोसने मे कामयाब हो पाते। मगर समय ने ऐसी करवट बदली कि मतदाताओं को रिझाने के ये सारे तरीके अब पुरानी बातें हो गई। प्रत्याशियों ने मतदाताओं को रिझाने के लिए नए नुस्खे निकालने लगे।

अब उन्हें लालीपॉप देने की जगह गुमराह करने की कोशिश की जाने लगी। हर एक उम्मीदवार मतदाताओं को गुमराह करने की फिराक में लगा है शायद यह नुस्खा प्रत्याशियों के दोहरे फायदे का है। मतलब साप भी मर जाए और लाठी भी नहीं टूटे। नगर में हो रहे विधान सभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों द्वारा चलाए गए प्रचार अभियान पर एक नजर डालें तो हर कोई इस फिराक में है कि कैसे भोले भाले मतदाताओं को अधिक से अधिक गुमराह कर रखा जाए, ताकि शहर के विकास का एजेंडा भूलकर लोग खुद की समस्या में उलझकर रह जाएं। इस मामले में शहर सबसे अव्वल है। यहा मतदाताओं के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए हर एक प्रत्याशी केवल और केवल अपने विरोधी व प्रतिद्वंदी के दुष्प्रचार में लगा है। कोई गारन्टी देने में तो कोई इस बार विकास की बात लेकर। जहां के प्रत्याशी भोली-भाली जनता के विकास के लिए एजेंडा तैयार नहीं कर रहे, बल्कि मतदाता को इस कदर गुमराह कर रहे हैं कि वे वह मतदान करने नहीं घर बसाने जा रहे हों। मजेदार बात तो यह है कि प्रत्याशी इसे दूसरे प्रत्याशी की साजिश बता रहे हैं, ताकि जनता गुमराह होकर विकास के मूल एजेंडा को ही भूल जाए। खैर जो भी हो, मगर जनता सब कुछ समझ रही है आखिरी समय में अपना सही जगह वोट देने और आने वाले समय में वह गुमराह करने वाले प्रत्याशियों को सबक सिखाने के लिए भी तैयार है।

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