उत्तर प्रदेश
22 जनवरी 2021
प्रदेश के स्कूलों में नहीं पढ़ पायेगे आपके बच्चे
नई दिल्ली (सत्यम दूबे)। प्रदेश में प्राइवेट स्कूलों के बाहर ‘नो फीस-नो एग्जाम’ के पोस्टर लगाए जा रहे हैं। इसका मतलब यह है कि बिना स्कूल फीस के छात्रों को परिक्षा में शामिल नहीं किया जायेगा। आपको बता दें कि प्राइवेट स्कूलों के बाहर लगाये गये पोस्टर अब सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रहें हैं। इस मसले पर स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहा है कि अगर छात्र फीस नहीं देते हैं तो उन्हें परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा। स्कूल एसोशिएशन की मानें तो उनका कहना है कि पिछले साल दिसंबर तक स्कूलों में फीस जमा नहीं कराई गई। लेकिन परीक्षाएं नजदीक आने पर कुछ छात्र फीस जमा करा रहे हैं, फिर भी 50-60 फीसदी छात्रों की बकाया फीस अभी बाकी है।आपको बता दें कि निजी स्कूलों की एसोसिएशन ने कई स्कूलों के बाहर ये पोस्टर लगाए हैं। स्कूल प्रशासन का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण बीता साल हम सभी के लिए मुश्किलों भरा रहा है। छात्र स्कूल नहीं आ रहे थे और इस वजह से उन्होंने फीस भी नहीं दी। छात्रों के लिए हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उन्हें ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं। लेकिन, शिक्षकों को सैलरी देने के लिए हमारे पास पैसे नहीं हैं। अगर छात्र परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं तो बकाया फीस देनी होगी।कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन में स्कूल भी बंद कर दिये गये थे। जिससे प्राइवेट स्कूलो के अध्यापक बेरोजगारी के कगार पर आ गये थे। लेकिन अध्यापकों ने बच्चों को ऑनलाइन क्लासें दी। कोविड वैक्सीन आने के बाद स्कूलों को सरकार द्वार खोलने की इजाजत दे दी गई है। जिसके बाद परिक्षाएं भी नजदीक हैं। ऐसे में बच्चों द्वारा फीस नहीं जमा करने पर स्कूलों ने गेट के सामने पोस्टर लगा दिया है।
