उत्तराखण्ड
12 सितम्बर 2022
फैक्टरी के बायलर में एसिड डालते समय श्रमिक झुलसा, अस्पताल में मौत, परिवार ने किया हंगामा
काशीपुर। फैक्टरी के बायलर में एसिड डालते समय गंभीर रूप से झुलसे श्रमिक की दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक के परिजन उसका शव लेकर महुआखेड़ागंज फैक्टरी प्रबंधन से वार्ता के लिए पहुंचे लेकिन वार्ता के विफल होने पर गुस्साए लोगों ने पहले अलीगंज रोड और बाद में फैक्टरी के सामने शव रखकर जाम लगा दिया। सूचना पर सीओ समेत पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची लेकिन प्रदर्शनकारी फैक्टरी मालिक को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़े रहे। देर रात दोनों पक्षों में समझौता होने के बाद परिजन शव लेकर चले गए।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जनपद के ठाकुरद्वारा तहसील के ग्राम कल्याणपुर के रहने वाला बाबूराम यहां महुआखेड़ागंज स्थित नन्दनगर में रेलवे क्रॉसिंग के पास टायर बनाने वाली मैक्स राइड फैक्टरी में काम करता था। 9 दिन पूर्व वह बॉयलर में एसिड डालते वक्त बुरी तरह झुलस गया। जिसे इलाज हेतु दिल्ली के सफदरजंग स्थित अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां 9 दिन चले इलाज के बाद 39 वर्षीय बाबूराम की मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि हादसे के बाद से फैक्टरी प्रबंधन ने उसकी कोई सुध नहीं ली। रविवार को परिजन एंबुलेंस से बाबूराम का शव लेकर महुआखेड़ागंज स्थित फैक्टरी पहुंच गए। उन्होंने फैक्टरी के प्रबंधन से मुआवजे के संबंध में वार्ता की लेकिन वह मांग के मुताबिक मुआवजा देने को राजी नहीं हुए। परिजनों ने फैक्टरी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पैगा पुलिस से शिकायत की।
इसी दौरान ग्रामीणों ने अलीगंज रोड पर जाम लगा दिया जिससे यातायात बाधित हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवा दिया। कुछ देर बाद ग्रामीणों ने फैक्टरी गेट पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंचे आईटीआई थाना प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह, चौकी प्रभारी विजय गुसाईं ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे फैक्टरी मालिक को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़े रहे।
मृतक के भतीजे ने बताया कि परिवार वाले शव को फैक्टरी गेट पर रखकर मालिक से वार्ता करना चाहते हैं पर फैक्टरी मालिक मृतक के परिजनों से यहां आकर बात करने को तैयार नहीं है। सीओ वंदना वर्मा ने बताया कि वार्ता में फैक्टरी प्रबंधन ने परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने, ईएसआई से मिलने वाली प्रतिपूर्ति के अलावा प्रबंधन की और से आर्थिक सहायता दिए जाने पर दोनों पक्षों के बीच सहमति बन गई। इसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया है।
सीओ वन्दना वर्मा ने बताया कि मृतक व उसके परिवार वालों को न्याय दिलाया जाएगा।