उत्तराखण्ड
7 जून 2025
बाली के इस्तीफे के विरोध में उमड़ा शहर
काशीपुर। पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा के आरोपों से आहत हो महापौर दीपक बाली द्वारा इस्तीफा दिया जा सकता है जब यह खबर काशीपुर शहर में गूंजी तो पूरे शहर में सनसनी फैल गई। व्यापारी जनता विभिन्न संगठनों के लोग सभी पार्षद किसान और मजदूर विरोधी पार्टियों के कार्यकर्ता एवं नेता शहर के अनेक बस्तियों के लोग हजारों की तादाद में सन्न रह गए और वह तुरंत नगर निगम पहुंच गए। महापौर दीपक बाली अपने घर पर थे जिन्हें फोन करके जबरदस्ती लोगों ने नगर निगम बुलाया और जैसे ही वह नगर निगम पहुंचने ही वाले थे कि निगम गेट के सामने लोग उनकी गाड़ी के सामने लेट गए। सभी ने नारे लगाए कि दीपक बाली संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं। खुद महापौर ने गाड़ी के आगे लेटे लोगों को उठाया। वह नगर निगम नहीं जाना चाहते थे मगर लोगों की भीड़ उन्हें नगर निगम ले गई लेकिन दीपक बाली अपने कार्यालय में नहीं गए तब जनता ने उन्हें नगर निगम सभागार में चलने के लिए मनाया।
सैकड़ो लोगों की भीड़ को नगर निगम सभागार में संबोधित करते हुए दीपक वाली ने कहा कि आप सभी भाइयों बहनों के प्यार ने मुझे आम कार्यकर्ता से मेयर बनाया है और आपकी भावनाओं के अनुरूप मैं विकास कार्य भी कर रहा हूं। अब मेरी समझ में यह नहीं आ रहा कि मेरी गलती क्या थी? पूर्व विधायक जी मेरे पिता तुल्य है। मैं उनसे माफी चाहता हूं। मैं उनसे लड़ नहीं सकता। बस मैं यह कहना चाहता हूं कि अगर उन्हें कोई दर्द था तो मुझे आदेश करते मैं जाकर उनसे मिलताऔर उनकी भावनाओं का सम्मान करता। लेकिन संगठन केलोगों को साथ लेकर उन्होंने जिस तरह से मेरे ऊपर आरोप लगाए उससे मैं बेहद दुखी हूं। मैं एक सपना लेकर आया था कि इस शहर को बेहतर करूंगा। 4 माह में मैंने बहुत कुछ किया। वह सब आपके सामने है लेकिन मैंने ऐसा क्या कर दिया कि मेरे पर आरोप लगाए जाने लगे। मैंने एक-एक मिनट विकास के लिए लगाई। हरभजन सिंह चीमा मेरे पिता तुल्य हैं और जो महानुभाव उनके साथ थे वह भी मेरे बड़े हैं। मैं अपने पिता से अपने बुजुर्ग से नहीं लड़ सकता। लिहाजा मैं अपने पद को छोड़ने का निर्णय ले चुका हूं। उनके इतना कहते ही पूरे सभागार में नारे लगने लगे की बाली जी आपको जनता ने चुना है न की नेताओं ने। फिर आप इस्तीफा क्यों देंगे? और हम आपको ऐसा नहीं करने देंगे।
व्यापारियों ने घोषणा की की दीपक वाली इस्तीफा देंगे तो वह बाजार बंद कर देंगे। पर्यावरण मित्र भी उनके पक्ष में आए और वैशाली गुप्ता सहित सभी पार्षदों ने कहा कि यदि महापौर ने इस्तीफा दिया तो हम सब भी इस्तीफा दे देंगे।
उधर पूर्व प्रधान सरदार महेंद्र सिंह ने कहा कि इस्तीफा दीपक बाली क्यों दे? इस्तीफा तो उन लोगों को देना चाहिए जो इनके द्वारा किए जा रहे विकास में रोड़ा अटका रहे हैं। मुख्य रूप से मुक्ता सिंह अशोक सक्सेना संजय भाटिया पार्षद वैशाली गुप्ता पंकज टंडन शैलेंद्र शर्मा शैलेंद्र मिश्रा एडवोकेट महेंद्र भाटिया सरदार निशान सिंह रविंद्र राणा चक्रेश जैन बसपा नेता मुहम्मद अशरफ सिद्दीकी डीपी सिंह राजीव डंपी वीरेंद्र मिश्रा एडवोकेट मुकेश चावला समरपाल सिंह नीटू चौधरी राजू सेठी अजय बन्नू ललित बाली शोभित गुड़िया कैप्टन नेपाल सिंह नेगी राज दीपिका मधुर गगन कंबोज मनीष चावला रविंद्र राणा पूर्व सहायक नगर अधिकारी जसवीर सिंह राठी पार्षद विजय बाबी सहित हजारों लोग मौजूद थे।