उत्तर प्रदेश
4 अप्रैल 2022
बड़ी खबर – फर्जी कॉल सेन्टर का खुलासा
लखनऊ। फर्जी कॉल सेंटर खोला, दो साल में 200 लोगों से एक करोड़ रुपये बीमा कंपनी के प्रीमियम के नाम पर ग्राहकों से फर्जी बैंक खातों में जमा करा लिए। एसटीएफ के कार्यवाहक एसएसपी विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक पकड़े गए आरोपितों में कुर्सी रोड, अवधपुरम सोसायटी निवासी अंकित सिंह, उसकी पत्नी प्रिया व बहराइच निवासी अनुज गौड़ हैं। अंकित मूल रूप से रायबरेली के डलमऊ का है। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि कुछ समय से बीमा कम्पनियों के ग्राहकों को फोन कर प्रीमियम जमा कराने के बहाने ठगा जा रहा है। रविवार को अंकित और प्रिया कुर्सी रोड पर फर्जी नाम पते से एक्टिवेट किए गए दर्जनों सिम कार्ड किसी से लेने वाले हैं। इस पर एसटीएफ के सब इंस्पेक्टर पकंज सिंह, मनोज सिंह टीम के साथ वहां पहुंच गए। यही मौजूद अंकित, प्रिया व अनुज को पकड़ लिया गया। प्रिया ने बताया कि पहले वाले कॉल सेंटर से कई डाटा उन लोगों ने चोरी कर लिए थे। प्रिया इन ग्राहकों को फोन कर कहती थी कि वह मैक्स कंपनी से बोल रही है। आपको लकी कस्टमर चुना गया है। इसलिए ऑनलाइन भुगतान पर 10 प्रतिशत प्रीमियम कम जमा करना होगा। फिर ग्राहकों को अपने द्वारा फर्जी आईडी से खोले गए बैंक खातों में रकम जमा करा लेते थे। कार्यवाहक एसएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि गिरोह ने दीपक रजक, दीपक कुमार, अजय चौधरी, सूरज, मीना समेत कई नामों से 120 फर्जी बैंक खाते खुलवाए। इनमें 200 लोगों से दो साल में करीब एक करोड़ रुपये जमा करवा लिए। फर्जी नाम-पते से खोले गए इन खातों से लेन-देन अंकित ही करता था। इस फर्जीवाड़े के लिए फर्जी आईडी से एक्टिवेट कराए गए 200 से ज्यादा सिम कार्ड इस्तेमाल किए गए। इन सिम से बात करने के लिए 100 मोबाइल फोन खरीदे गए थे। इस फर्जीवाड़े की सूचना मिली तो एसटीएफ ने गिरोह के सरगना अंकित व उसकी पत्नी प्रिया और साथी अनुज को गिरफतार कर इसका खुलासा किया। आरोपित दंपति पर 10-10 हजार रुपये इनाम था। इन जालसाजों के साथ शामिल अन्य लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है।