पंजाब
13 दिसम्बर 2019
मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद नहीं मिल रहा वेतन
चण्डीगढ़़ (प्रदीप राजपूत)। पंजाब सरकार में मंत्री रहे नवजोत सिंह सिद्धू ने जुलाई महीने में मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मात्र विधायक रह गए सिद्दू को इसके बाद वेतन भी नहीं मिला है। मंत्री से विधायक रह गए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू का विधानसभा से वेतन मिलने का रास्ता करीब चार महीने बाद खुला है। सिद्धू के मंत्री पद से इस्तीफे को मंजूर किये जाने का नोटिफिकेशन सचिवालय से प्राप्त करने के बाद विधानसभा ने विधायक सिद्धू के स्टाफ से संपर्क किया है। दरअसल, सरकार के मंत्री का वेतन सचिवालय से तैयार होता है जबकि एक विधायक का वेतन विधानसभा तैयार करती है। मंत्री पद छोड़ने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू मात्र एक विधायक रह गए हैं. लिहाजा बतौर विधायक उनका वेतन विधानसभा की तरफ से तैयार होता है। जानकारी के अनुसार, विधानसभा विधायक को सूचित करती है और विधायक विधानसभा से अपना वेतन क्लेम करता है। इस मामले में फिलहाल ना तो विधान सभा की तरफ से उनको सूचित किया गया था और ना ही खुद नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने वेतन के लिए कोई भागदौड़ की थी। गौरतलब है कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को अमृतसर से विधान सभा चुनाव लड़वाया गया था और जीत दर्ज करने के बाद उनको स्थानीय निकाय जैसा मजबूत और अहम विभाग दिया गया था। लेकिन लीक से हटकर चलने की कोशिश में नवजोत सिंह सिद्धू की मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ गाड़ी ट्रैक पर नहीं चली और मुख्य मंत्री के खिलाफ उनके मीडिया में आ रहे बयान आग में घी का काम करते रहे। आखिर इसका खामियाजा नवजोत सिंह सिद्धू को भुगतना भी पड़ा और मुख्य मंत्री ने मंत्रिमंडल में फेरबदल करते हुए उनसे दिया स्थानीय निकाय विभाग छीन कर उनको बिजली विभाग दे दिया. इस फेरबदल से नाराज हुए सिद्धू ने आखिर मंत्री पद को ही त्याग दिया. जुलाई महीने में मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मात्र विधायक रह गए सिद्दू को इसके बाद वेतन भी नहीं मिला है. बहरहाल, उनका इस्तीफा मंजूर होने की नोटिफिकेशन विधान सभा को समय से दी गई थी या नहीं?