उत्तराखण्ड
24 फरवरी 2022
महाशिवरात्रि की कांवड़ यात्रा अपने पूरे चरम आई
काशीपुर। कोरोना की पाबंदियां खत्म होने के बाद महाशिवरात्रि की कांवड़ यात्रा अपने पूरे चरम पर आ गई है। हरिद्वार से जल भरकर काशीपुर, बाजुपर, सितारगंज के निकले कांवडियेा की भीड राजमार्ग पर उमड़ने लगी है। जिसके चलते राजमार्ग पर रह रहकर जाम की स्थिति बन रही है वहीं महाशिरात्रि पर उमड़ी कांवड़ की भीड़ से दुकानदारों के चेहरे फिर भी मुस्कान लौट आई है। कोरोना की पाबंदियां खत्म होने के बाद धर्म नगरी बोल बम के जयकारों से गूंजने लगी है। कोरोना संक्रमण के चलते कावड़ यात्रा पर प्रशासन द्वारा 2 वर्ष तक पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था। कोरोना के कारण 2021 में महाशिवरात्रि में भी कांवड़ यात्रा पर भी प्रतिबंध लग गया था। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के कारण महाशिवरात्रि पर कांवड़ियों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। वहीं कल से काफी संख्या में कांवड़िए अपने-अपने मार्ग पर उमड़ पड़े। जिसके चलते नजीबाबाद वाहनों की आवाजाही के लिए प्रभावित रहा। वहीं हाई-वे के कांवड़ यात्रा वाले मार्ग पर दुकान करने वाले दुकानदार भी कांवड़ यात्रा के चलने पर काफी उत्साहित दिखे। वहीं हरिद्वार के होटल संचालकों ने कहा कि कोरोना के कारण दो साल मेरे होटल का काम पूरी तरह ठप रहा था, लेकिन इस बार महाशिवरात्रि पर काफी संख्या में कांवड़ यात्रियों के आने से फिर से काम के चल निकलने की उम्मीद बंध गई है।
टी स्टाल के संचालक संतोष देवी बोलीं, हर साल इस मार्ग पर कांवड़ यात्रा के दौरान चाय की दुकान लगाती हूं, लेकिन कोरोना संक्रमण की पाबंदियों के चलते यात्रा न होने के कारण दुकान नहीं लगाया पाया था। लेकिन इस बार भोले की कृपा से कावंड़ यात्रा अच्छी चल रही है। कारोबारी ऋषिपाल ने कहा कि कांवड़ मेले में हर बार दुकान लगाता था, लेकिन कोरोना के चलते 2021 में माहशिवरात्रि की कांवड़ यात्रा नहीं हो पायी थी। लेकिन इस बार कांवड़ यात्रा चल निकली है जिसको देख लगने लगा है कि आजीविका चल निकलेगी।