उत्तराखण्ड
13 सितम्बर 2024
मृत्यु के बाद भी दुनिया देखेंगी बाबू जी की आँखे
काशीपुर। ब्रह्मालीन श्री राजेंद्र कुमार अग्रवाल जी ( दाल मिल ) के देहावसान के पश्चात परिवार ने नेत्रदान की सहमति प्रदान कर एक अनुकरणीय मिसाल पेश की। उनकी मृत्यु के बाद भी अब उनकी आंखें दुनिया देखती रहेगीं । उनके नेत्रदान से दो नेत्रहीनों के नेत्र प्रकाशित होंगे और उनके प्रिय जन उनकी स्मृति को अमरत्व प्रदान करेंगे ।
प्रकाश रेजीडेंसी निवासी राजेन्द्र कुमार अग्रवाल जी स्वयं समाज सेवा व धार्मिक कार्यों में संलग्न रहे व यह सराहनीय कार्य भी उनके जीवन प्रवृत्ति के अनुरूप है। वह दिनांक 6 सितंबर की भोर में ब्रह्मलीन हो गए। उनके देहावसान के तुरंत बाद उनके परिजनों ने वसुधैव कुटुम्बकम् काशीपुर से संपर्क कर श्री राजेंद्र अग्रवाल जी की आंखे (कॉर्निया) दान करने की इच्छा बताई । तुरंत ही पदाधिकारियो द्वारा मुरादाबाद के, सी एल गुप्ता आई बैंक से संपर्क किया । आई / नेत्र विभाग की टीम ने कागजी औपचारिकता पूरी कर श्री राजेन्द्र कुमार अग्रवाल जी के शरीर से दान की गई आंखे प्राप्त की।
वसुधैव कुटुम्बकम् परिवार के अध्यक्ष विकास जैन जी ने कुटुंबकम् परिवार काशीपुर के तत्वाधान में सम्पन्न कराये इस महान कार्य के प्रति सभी परिवार जन का आभार व्यक्त किया एवम क्षेत्र वासियों से मरणोपरांत नेत्रदान करने के संकल्प करने का आवाहन किया।
