उत्तराखण्ड
5 जून 2025
रामनगर महाविद्यालय – एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने की प्राचार्य के खिलाफ नारेबाजी
रामनगर। रामनगर महाविद्यालय परिसर में शराब की खाली बोतलें मिलने के बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य के खिलाफ नारेबाजी की. विवाद तब बढ़ गया जब छात्र संगठन ने प्राचार्य पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाया. वहीं दूसरी तरफ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. मोहन चंद पांडे ने छात्रों पर उनके कार्यालय में कूड़ा फेंकने और शराब की बोतलें उछालने का गंभीर आरोप लगाया है.
घटना मंगलवार दोपहर की है. एबीवीपी कार्यकर्ता नितेश शर्मा के नेतृत्व में कुछ छात्र महाविद्यालय परिसर में शराब की खाली बोतलें मिलने की शिकायत लेकर प्राचार्य के पास पहुंचे थे. छात्र नेताओं का कहना है कि महाविद्यालय परिसर में आपत्तिजनक सामग्री मिलने से कॉलेज का माहौल खराब हो रहा है और छात्र-छात्राओं पर इसका गलत असर पड़ रहा है. छात्र नेता नितेश शर्मा का आरोप है कि जब वे अपनी शिकायत लेकर प्राचार्य के पास पहुंचे तो उन्होंने न सिर्फ उनकी बातों को अनसुना किया. बल्कि उन्हें थप्पड़ जड़ दिया. इसके बाद गुस्साए छात्रों ने प्राचार्य के कार्यालय में ही नारेबाजी शुरू कर दी और धरने पर बैठ गए. छात्र लगातार मांग कर रहे हैं कि या तो प्राचार्य का तत्काल ट्रांसफर किया जाए या वे अपने पद से इस्तीफा दें.
इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लेने की कोशिश की. लेकिन छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे और प्राचार्य के कार्यालय में ही धरने पर बैठे रहे.
वहीं, इस पूरे मामले पर प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. मोहन चंद पांडे ने कहा कि महाविद्यालय में इस समय परीक्षाएं चल रही हैं और वे अपने कार्यालय में गोपनीय कार्य कर रहे थे. उन्होंने गार्ड को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि किसी को भी कार्यालय में आने न दिया जाए. प्राचार्य के अनुसार, छात्र जबरन नारेबाजी करते हुए उनके कार्यालय तक पहुंचे और भीतर घुस गए. उन्होंने आरोप लगाया कि छात्रों ने उनके ऊपर शराब की खाली बोतल फेंकी और ऑफिस में कूड़ा भी डाला.
डॉ. पांडे ने बताया कि उन्होंने किसी तरह से खुद को बचाया और तत्काल स्टाफ को बुलाया. उनका कहना है कि यह घटना न केवल अनुशासनहीनता का है. बल्कि शिक्षण संस्थान के माहौल को खराब करने की साजिश भी हो सकती है.
प्राचार्य ने यह भी कहा कि जिन शराब की बोतलों को छात्र दिखा रहे थे, वे न तो किसी क्लासरूम और न ही किसी कार्यालय से बरामद हुई हैं. उनका कहना है कि पूर्व में भी महाविद्यालय में अवांछित लोगों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए सुरक्षा बढ़ाई गई थी. लेकिन इन तत्वों की आवाजाही अभी भी बनी हुई है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जानकारी कुलपति और उच्च अधिकारियों को दी जाएगी और इस तरह की हरकतों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.