उत्तर प्रदेश
7 सितम्बर 2023
लल्ला के स्वागत के लिए मथुरा-वृंदावन को दुल्हन की तरह सजाया गया
मथुरा। मथुरा-वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव यानी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व आज मनाया जा रहा है। यहां के प्रमुख मंदिरों में 7 सितंबर की मध्यरात्रि 12 बजे कान्हा का जन्म होगा। इस मौके पर गली-गली हरे कृष्णा हरे कृष्णा से गूंज रही है। जन्मोत्सव का साक्षी बनने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंची है। लल्ला के स्वागत के लिए मथुरा-वृंदावन को दुल्हन की तरह सजाया गया है। मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर पर मुख्य आयोजन शुरू हो गए हैं।
बढ़ती जा रही भक्तों की संख्या
जैसे-जैसे श्रीकृष्ण के जन्म की घड़ी नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे कान्हा की नगरी में भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है। शाम पांच बजे तक करीब 15 लाख लोग मथुरा-वृंदावन में दर्शन को पहुंच चुका है। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि मथुरा-वृंदावन में सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस मुस्तैद है।
मथुरा-वृंदावन में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मथुरा और वृंदावन में सुरक्षा व्यवस्था को बेहद सख्त किया गया है। अधिकारी खुद मंदिर-मंदिर जाकर जायजा ले रहे हैं। उप्र के प्रमुख सचिव और डीजीपी सीधी निगरानी कर रहे हैं। अधिकारियों से हर एक घंटे की रिपोर्ट ली जा रही है।तीर्थनगरी मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कन्हैया की जन्मस्थली ब्रज में विभिन्न संस्कृतियों का समागम हुआ। बुंदेलखंड, भोजपुरी, हरियाणवी और ब्रज संस्कृति का समागम देख मथुरावासी ही नहीं देश-विदेश से आए भक्त भी आनंदित हो उठे। यह नजारा 250 लोक कलाकारों की शोभायात्रा में देखने को मिला।
ठा. राधारमण मंदिर के सेवायत पंकज गोस्वामी, अनिल गोस्वामी, ने भी अभिषेक किया। राधारमण मंदिर के सेवायत आचार्य पद्मनाभ गोस्वामी ने बताया कि भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव पर आचार्य गोपाल भट्ट गोस्वामी की प्रेरणा से अभिषेक पद्दति का शुभारंभ हुआ। वहीं परंपरा मंदिरों के गोस्वामी सैकड़ों वर्षों से संजोए हुए हैं।
ठा. राधारमण मंदिर में सेवायतों ने वेदमंत्रों के मध्य 2100 किलो दूघ, दही, घी, शक्कर, पंचगव्य, सर्वाेषधि,गंधाष्टक और बीजाष्टक से ठा. राधारमण महाराज का महाभिषेक विधिविधान पूर्वक किया। आचार्य श्रीवत्स गोस्वामी एवं सेवायत गोस्वामी बारी-बारी से ठाकुर राधारमण लाल का अभिषेक किया। श्रद्धालु इस नयनाभिराम छवि को निहारने के लिए होड़ मची रही। भगवान के प्राकट्य की खुशी के पल को भगवान के जयकारे लगा रहे थे।
ठाकुर राधादामोदर मंदिर में ब्रहस्पतिवार को सुबह साढे दस बजे वेद मंत्रोच्चारों के मध्य ठाकुर जी के चल विग्रह का पंचामृत एवं महौषधि से अभिषेक किया। इसके पश्चात मनमोहक विशेष श्रृंगार दर्शन देर रात तक हुए। ठाकुर राधादामोदर का अभिषेक आचार्य तरुण गोस्वामी, करुण गोस्वामी, आचार्य कृष्ण बलराम गोस्वामी एवं पूर्णचंद्र गोस्वामी ने विधिविधान से किया। वहीं गर्भगृह से बाहर मंदिर के जगमोहन में गिरिराज शिला का पंचामृत से सेवायत गोस्वामियों ने अभिषेक किया।
गोस्वामीजन ठाकुर राधा रमण मंदिर में ठाकुरजी का किया महाभिषेक
वृंदावन के प्राचीन मंदिरों में प्रातरू से भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की धूम मची है। ठाकुरजी का मंत्रोच्चारों के मध्य महाभिषेक किया गया। अभिषेक के दौरान मंदिर जयकारों से गुजायमान हो गए। श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की साक्षी बनने के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिरों में उमड़ी।
श्री कृष्ण जन्म भूमि के मुख्य द्वार के सामने कलाकार कर रहे नृत्य
कान्हा की नगरी आज चहुंओर से कृष्णमय है। भक्त यात्राएं निकाल रहे हैं। गायन कर रहें हैं। मंडली में भजन और कीर्तन कर रहे हैं। श्री कृष्ण जन्म भूमि के मुख्य द्वार के सामने कलाकार नृत्य कर रहे हैं। हर कोई अपने कान्हा के जन्म का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
नगर यात्रा में शामिल कलाकार
मथुरा नगरी में चहुंओर कृष्ण कृष्ण और सिर्फ कृष्ण सुनाई दे रहा है। जन्मोत्सव के उत्साह में भक्त कृष्णमय हैं। इसी कड़ी में श्री कृष्ण जन्म स्थान से नगर यात्रा निकाली गई। इस नगर यात्रा में विभिन्न संस्कृतियों का मेल देखने को मिला। कई राज्यों से आए कलाकारों ने भी इसमें हिस्सा लिया।
श्री कृष्ण जन्म स्थान से बाल कलाकारों ने निकाली नगर यात्रा
मथुरा नगरी में चहुंओर कृष्ण कृष्ण और सिर्फ कृष्ण सुनाई दे रहा है। जन्मोत्सव के उत्साह में भक्त कृष्णमय हैं। इसी कड़ी में श्री कृष्ण जन्म स्थान से बाल कलाकारों ने नगर यात्रा निकाली।
आराध्य के दर्शन को आतुर श्रद्धालु कतार में खड़े
वृंदावन में विद्यापीठ चौराहा से लेकर ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर तक श्रद्धालुओं की करीब 500 मीटर लंबी कतार लगी हुई है। भक्त हरे कृष्णा हरे कृष्णा जपते हुए आराध्य के दर्शन को आतुर हैं।
नंदलाल के स्वागत में ब्रज में निकाली गई शोभायात्रा
तीर्थनगरी मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कन्हैया की जन्मस्थली ब्रज में विभिन्न संस्कृतियों का समागम हुआ। बुंदेलखंड, भोजपुरी, हरियाणवी और ब्रज संस्कृति का समागम देख मथुरावासी ही नहीं देश-विदेश से आए भक्त भी आनंदित हो उठे। यह नजारा 250 लोक कलाकारों की शोभायात्रा में देखने को मिला।
शाहबिहारी मंदिर में सेवायतों ने आराध्य का पंचामृत से किया अभिषेक
वृंदावन के प्रत्येक मंदिर में लल्ला के जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां चल रही हैं। लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में वृंदावन के शाहबिहारी मंदिर में सेवायतों ने कान्हा का पंचामृत से अभिषेक किया।