दिल्ली
21 अक्टूबर 2024
13 साल बाद दिल्ली में धमाका, सुरक्षा एजेन्सियों के कान खड़े हुए
दिल्ली। दिल्ली के रोहिणी स्थित प्रशांत विहार इलाके में रविवार सुबह हुए धमाके ने एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में बीते 13 साल बाद इस तरह का धमाका हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों ने पांच घंटे तक घटनास्थल की जांच की। इससे पहले सितंबर 2011 में दिल्ली हाईकोर्ट में धमाका हुआ था जिसमें 11 लोगों की मौत हुई थी। वहीं जनवरी 2022 में गाजीपुर फूल मंडी के गेट पर बैग में आईईडी विस्फोटक बरामद हुआ था। जिसे एनएसजी की बम निरोधक दस्ता की टीम एक बड़ा गड्ढा कर उसमें बम को निष्क्रिय कर दिया था। जांच में सामने आया था कि बम को बनाने में आरडीएक्स और अमोनियम नाइट्रेट के साथ ही छर्रे का इस्तेमाल किया गया था। वहीं दिसंबर 2023 में इजराइली दूतावास के बाहर भी धमाका हुआ था, लेकिन उसमें कोई हताहत नहीं हुआ था।
रोहिणी में हुए धमाके के मामले में अभी सुरक्षा एजेंसियों की ओर से यह नहीं बताया गया है कि यह ब्लास्ट आतंकी साजिश है या कुछ और। जांच से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि विस्फोटक सामग्री को इस प्रकार से लगाया गया कि उसके रिफ्लेक्टिव प्रेशर से शॉकवेव उत्पन्न हो, जिससे आसपास के इलाके में नुकसान पहुंचे। जांच रिपोर्ट से यह पता चलेगा कि धमाके में कौन से केमिकल व विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। अभी फिलहाल एजेंसियों को यह पता लगाना मुश्किल हो रह है कि धमाका कैसे कराया गया। मौके से टाइमर, डेटोनेटर, तार, बैट्री, घड़ी जैसे उपकरण आदि नहीं मिले हैं।
जिस जगह पर धमाका हुआ है वहां से 50 मीटर की दूरी पर 20 लोग मौजूद थे। सभी लोग सुरक्षित हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पास में एक पूड़ी-सब्जी की एक दुकान है। वहां पर सुबह लोग पूड़ी-सब्जी खाने के लिए आते हैं। जिस समय ब्लास्ट हुआ, यहां खड़ी गाड़ियों में और दुकान के पास करीब 10 से 12 लोग पूड़ी-सब्जी खा रहे थे।