उत्तराखण्ड
22 जुलाई 2021
पुलभट्टा बार्डर से 750 एंटीजन किट गायब
रुद्रपुर। जिले में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग विवादों के घेरे में आ गया है। जांच में पुलभट्टा बॉर्डर से करीब 750 एंटीजन किट गायब मिले। इस मामले में लैब टेक्नीशियन के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जा सकती है। मामले में डीएम रंजना राजगुरु के कहने पर सीएमओ ने डिप्टी सीएमओ डा.अविनाश खन्ना की अगुवाई में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बना दी थी। कमेटी ने सीएमओ को रिपोर्ट सौंप दी है। जांच में पाया गया है कि पुलभट्टा बॉर्डर पर बाहरी लोगों की कोरोना जांच के लिए एक हजार किटें दी गई थीं। जबकि जांच में एक से 13 जुलाई के दौरान करीब 750 किट गायब मिली। यानी रजिस्टर में करीब 250 किट दर्ज हैं, बाकि किट का पता ही नहीं है। बिना जांच के ही निगेटिव रिपोर्ट बनाकर बाहरी लोगों को प्रवेश दे दिया गया। इसके बदले अवैध वसूली होने की आशंका जताई जा रही है। इसकी वजह रिपोर्ट तो बना दी गई, मगर किट में सैंपल नहीं भरे गए। सीएमओ ने कार्रवाई की संस्तुति रिपोर्ट जवाहर लाल नेहरू जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को भेजकर एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। इसकी वजह जांच में जिस लैब टेक्नीशियन पर किट गायब होने का आरोप लग रहा है, उसकी मूल तैनाती जिला अस्पताल में संविदा पर की गई है, जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किच्छा से अटैच किया गया था। ऐसे में नियुक्ति की शर्तों के आधार पर कार्रवाई की जा सकती है। सीएचसी किच्छा प्रभारी से भी जवाब मांगा गया है। सीएमओ डा.डीएस पंचपाल ने बताया कि पीएमएस को जांच रिपोर्ट सौंपकर कार्रवाई की रिपोर्ट एक सप्ताह में देने को कहा गया है। एलटी की तैनाती जिला अस्पताल में हुई है, इसलिए पीएमएस ही कार्रवाई का निर्णय लेंगे। इसके लिए पीएमएस ही अधिकृत है। सीएचसी किच्छा प्रभारी से भी किट आवंटन व उपयोग का हिसाब उपलब्ध कराने के लिए जवाब मांगा गया है। पीएमएस डॉ रविंद्र कुमार सामंत का कहना है कि सीएमओ को पत्र भेजकर अनुरोध किया गया है कि जो पत्र मिला है, वह भ्रामक है। क्या उसी आधार पर कार्रवाई की जानी है या इस मामले में अलग से कमेटी बनाकर जांच कराई जाए। सीएमओ का पत्र मिलते ही नियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
