पीसीएस अधिकारियों की बल्ले-बल्ले

निकिता मौत पर चार लोगों के खिलाफ दहेज का मुकदमा दर्ज

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उत्तराखण्ड
4 अक्टूबर 2021
निकिता मौत पर चार लोगों के खिलाफ दहेज का मुकदमा दर्ज
काशीपुर/बरेली । बरेली की आंचल कॉलोनी के सराफा कारोबारी नितेश जिंदल की पत्नी निकिता जिंदल की मौत के मामले में निकिता के पिता काशीपुर निवासी हरिओम अग्रवाल ने नितेश, उसके पिता सुरेश अग्रवाल, मां संतोष अग्रवाल समेत चार लोगों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। हरिओम ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी सांवली थी, इसलिए ससुराल वाले दहेज की खातिर उसका उत्पीड़न करते थे। बेटी की खुशी की खातिर वह हर महीने उसके पति को 30 हजार रुपये भी देते थे, इसके बावजूद ससुराल वालों ने उनकी बेटी की हत्या कर दी। काशीपुर के मौहल्ला सिंघान निवासी फ्लोर मिल मालिक हरिओम अग्रवाल ने अपनी पुत्री निकिता की शादी करीब दस साल पहले डायमंड पैराडाइज के मालिक सर्राफा कारोबारी नितेश से की थी। 26 सितंबर की शाम निकिता का शव घर में ही फंदे पर लटका मिला था। हरिओम ने आरोप लगाया है कि काफी दहेज देने के बाद भी ससुराल वाले संतुष्ट नहीं थे और उसे प्रताड़ित करते थे। कई बार उन लोगों ने मामला सुलझाया। फ्रिज, मोबाइल जैसे उपहार भी दिए। वर्ष 2014 में कार भी दी, जिसे नितेश चलाता है। मगर सास संतोष उनकी बेटी के सांवले रंग को लेकर ताने देती थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि शादी के दो साल बाद ही निकिता के खाने में जहर मिलाकर उसकी हत्या करने की कोशिश की गई। उन लोगों ने इलाज कराया तो वह बची। फिर ससुराल वालों ने माफी मांग ली तो उन लोगों ने रिपोर्ट नहीं कराई। मगर इसके बाद भी ससुराल वालों का उत्पीड़न नहीं रुका। उससे कहते कि वह खुदकुशी कर ले तो किसी सुंदर लड़की से नितेश की शादी हो जाएगी। बेटी का घर न बिगड़े इस वजह से वह नितेश को हर महीने 30 हजार रुपये भी देते थे। हरिओम ने रिपोर्ट में लिखाया है कि उनकी बेटी निकिता डायरी लिखती थी। मौत से कुछ दिन पहले ही उसने वह डायरी अपनी मां को दे दी। जब उन लोगों ने डायरी खोली तो उसमें उत्पीड़न की पूरी दास्तान थी। पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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