उत्तराखण्ड
7 दिसम्बर 2022
झोपड़ी में आग लगने से 17 बकरियों और गाय के एक बछड़े की जलकर मौत
बाजपुर। गांव बन्नाखेड़ा बल्ली स्थित झोपड़ी में आग लगने से 17 बकरियों और गाय के एक बछड़े की जलकर मौत हो गई। एक गाय और दो भैंसें बुरी तरह झुलस गईं। जानवरों को बचाने में महिला भी मामूली रूप से झुलस गई। खबर मिलते ही पहुंचे आसपास के लोगों ने आग पर बमुश्किल काबू पाया।
गांव बन्नाखेड़ा निवासी पदम सिंह की जंगल के पास बल्ली में दो झोपड़ियां हैं। एक झोपड़ी में पदम सिंह और उसकी पत्नी रहती है। पदम सिंह दूसरी झोपड़ी में बकरी, गाय और भैंस पालन करता है। सोमवार को जानवरों को चारा डालकर दंपती अपनी झोपड़ी में जाकर सो गया था। देर रात बारह बजे पदम सिंह बाथरूम के लिए उठा। उसने अचानक जानवरों की झोपड़ी से धुआं निकलता देखा। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। आनन फानन उसने पत्नी को उठाया। दंपती का शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण आ गए जिन्होंने आग बुझाने की कोशिश।
दंपती ने कई जानवरों को झोपड़ी से बाहर निकाला। 17 बकरियां, एक बछड़ा आग में जल गया। एक गाय और दो भैंसें बुरी तरह झुलस गईं। जानवरों को बचाने में पदम सिंह की पत्नी रामवती भी मामूली रूप से झुलस गई। ग्रामीणों ने आग पर बमुश्किल काबू पाया। ग्रामीणों ने बताया कि पदम सिंह बकरी, गाय और भैंस पालन करके परिवार का पालन-पोषण करता है। मवेशियों के जलने से पदम सिंह के परिवार पर आर्थिक संकट आ गया है। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की है।
मंगलवार सुबह पूर्व दर्जा मंत्री राजेश कुमार, बन्नाखेड़ा वन क्षेत्राधिकारी एलएस मर्ताेलिया, पशु चिकित्साधिकारी डॉ. रोहित, बन्नाखेड़ा पुलिस चौकी इंचार्ज दीपक कौशिक, पटवारी राजेश कुमार, प्रधानपति प्रमोद कुमार, बीडीसी सदस्य रविंद्र सिंह, भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष अमित चौहान, निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष मयंक दिवाकर मौके पर पहुंचे। पूर्व दर्जा मंत्री राजेश ने एसडीएम से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने का अनुरोध किया। प्रधान पति प्रमोद कुमार ने बताया कि मृत सभी मवेशियों का पशु चिकित्सक डॉ. रोहित ने टीम के साथ पोस्टमार्टम किया। उसके बाद सभी मवेशियों को गड्ढा खोदकर दबा दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट बुधवार को मिलेगी।