जयपाल सिंह
17 जनवरी 2020
महासम्मेलन में अहेरिया समाज ने भरी हुंकार
नई दिल्ली। अहेरिया समाज का महासम्मेलन दिल्ली स्थिति गुर्जर भवन, कोटला में आयोजित हुए जिसमें बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। सम्मेलन में वक्ताओं ने कहा कि 72 वर्षा से आजाद भारत के मूल निवासी अहेरिया समाज देश के अनेक राज्यों में निवास कर रहा है अनेक वर्षो से अहेरिया समाज अपने हक के लिए लड़ता आया है, उनका मानना है कि देश पर शासन करने वाली पार्टियों ने अहेरिया समाज को राज्यों और केन्द्र में कभी हिस्सेदारी नहीं दी है। जबकि अहेरिया समाज दिल्ली व उत्तर प्रदेश , उत्तराखण्ड राज्यों में सभी सीटो पर जिताने और भारतीय अहेरिया समाज कल्याण सेवा संस्थान द्वारा सम्मेलन का आयोजन किया गया है । जिसमें अहेरिया समाज के गणमान्य लोगों ने उपस्थित होकर इस समाज के लोागों के लिए सरकारों द्वारा हो रही अनदेखी के विषय में अपना विचार प्रस्तुत किया। इस सम्मेलन मेें उत्तराखण्ड से प्रदेश अध्यक्ष जयपाल सिंह अहेरिया ने कहा कि वर्तमान में अहेरिया जाति एस.सी., एस.टी., ओबीसी, किसी भी सूची में अंकित नहीं है। जबकि उत्तराखण्ड में 2 लाख की संख्या में अहेरिया समाज है। छत्रपाल सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अहेरिया जाति को अनुसूचित जाति में रखा गया उसके उपरान्त प्रदेश सरकार दिनंाक 22 जून 2016 को केन्द्र सरकार को अनुसूचित जाति में मानते हुए प्रस्ताव भेजा था, इसके उपरान्त प्रस्ताव को दिनंाक 28 दिसम्बर 2016 को बिना किसी कारण के निरस्त कर दिया। छत्रपाल जी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि यदि प्रधानमंत्री मोदी जी यह स्पष्ट नहीं किया अहेरिया जाति किस सूची में अंकित है तो हमारा समाज चुनाव बहिष्कार करने के लिए बाध्य होगा। सम्मेलन मेें भीकू राम अध्यक्ष, राजीव कुमार श्रीवास्तव संरक्षक, राष्ट्रीय सामाजिक समरसता संगठन के राजू सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष, मेजर इन्द्रजीत सिंह गुर्जर, नाथूराम गुर्जर समाजसेवी, रामदास, ज्ञानेन्द्र भूप सिंह, उत्तर प्रदेश श्यामलाल सहेरिया – बारां राजस्थान आदि ।
