
आकिब अली – सम्वाददाता
उत्तराखण्ड
23 मई 2023
पंचायत ने दहेज की नुमाइश और मांग पर लगा दी रोक
जसपुर। उलेमाओं की पंचायत ने दहेज की नुमाइश और मांग पर रोक लगा दी है, ताकि एक दूसरे को देखकर लोग इसे बढ़ावा देने से बचें। कई गलत रीति-रिवाजों के साथ ही शादी समारोह में खड़े होकर खाना खिलाने पर भी पूर्ण पाबंदी लगाई गई है। इसके अलावा कुल 28 नियम कायदे बनाए गए हैं। सभी बिरादरी के लोगों ने फैसले का स्वागत किया। मदीना मैरिज हॉल में आयोजित पंचायत में तहरीक इस्लाहे मुआशरा उलमा-ए-अहलेसुन्नत का गठन किया गया। जामा मस्जिद के इमाम मौलाना साजिद रजा को सदर और शहर इमाम कारी अय्यूब नूरी को नायब सदर बनाया गया। इस दौरान बारात के पकवान की तादाद भी सीमित कर गई। अब लड़की वाला बिरादरी को खाना न देकर बरातियों को सिर्फ पांच तरह का खाना खिलाएगा। शादी से हल्द्वी, सगाई, त्योहारी भेजना, गोद भराई, कहन-सुनन, चूड़ी पहनाइ, बेपर्दगी पर भी पाबंदी लगाने का फैसला लिया गया है। नियमों का पालन कराने के लिए मोहल्ला स्तर पर कमेटी का गठन करने का फैसला लिया गया।
पिछले कई दिनों से नगर के प्रत्येक मोहल्ले की मस्जिदों में पहले लोगों को जागरूक किया। उसके बाद सभी बिरादरी के लोगों को जमा करके समाज में फैल रही बुराइयों पर चर्चा की गई। आम पंचायत में सभी की सहमति से नियम बनाए गए। नियमों का पालन न करने पर तय किया गया कि उलेमा उसका बायकाट कर नमाज-ए-जनाजा और निकाह तक नही पढ़ाएंगे।