उत्तर प्रदेश
12 फरवरी 2024
उत्तराखण्ड का एक युवक और महिला बदहवास हालात में नेशनल हाईवे पर मिले
मेरठ । नेशनल हाईवे किनारे बेहोशी की हालत में पड़े मिले उत्तराखंड के युवक और महिला की देर रात को उपचार के दौरान मेरठ के अस्पताल में मौत हो गई, जो तीन दिन पहले ही अपने घरों से रफूचक्कर हुए थे।
अति व्यस्तम दिल्ली लखनऊ नेशनल हाईवे के किनारे एक खोखे के पास शनिवार की देर शाम को एक युवक और महिला बदहवास हालात में बेहोश पड़े हुए थे। जिन पर नजर पड़ते ही राहगीरों इस संबंध में सूचना देकर पुलिस को मौके पर बुला लिया था। प्रारंभिक तौर पर जांच पड़ताल करने के साथ ही पुलिस ने बेहोशी की हालत में पड़े महिला और युवक को आनन फानन में उपचार के लिए स्थानीय सीएचसी में भर्ती करा दिया था। जहां परीक्षण के दौरान हालत नाजुक बेहद होती देख चिकित्सकों ने दोनों को मेरठ अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था। कपड़े एवं सामान की तलाशी के दौरान मिले दस्तावेजों के आधार परर युवक का नाम बबलू और महिला का नाम रेखा था, जो उत्तराखंड के रुद्रपुर शहर की दुर्गा कलोनी भूरा रानी जनपद उधमसिंह नगर के रहने वाले एक दूसरे के पड़ोसी थे। परीक्षण के उपरांत चिकित्सकों द्वारा कोई जहरीला पदार्थ खाने की आशंका जाहिर करते हुए उन्हें तत्काल मेरठ अस्पताल को रेफर कर दिया गया था। परंतु मेरठ अस्पताल में उपचार के दौरान शनिवार की रात में करीब दस बजे रेखा ने दम तोड़ दिया था, जिसके कुछ ही देर बाद ही बबलू की भी मौत हो गई थी। इश्क की खातिर अपने हाथों से ही कोई जहरीला पदार्थ खाकर जिंदगी की बलि चढ़ाने वाले प्रेमी युगल में रेखा शादीशुदा थी और बबलू अभी अविवाहित था। इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह का कहना है कि सूचना के आधार पर पहुंची पुलिस टीम ने हाईवे किनारे बेहोशी की हालत में पड़े महिला और युवक को तत्काल सीएचसी में भर्ती करा दिया था। जहां हालत नाजुक होती देख चिकित्सकों ने उन्हें मेरठ को रेफर कर दिया था, परंतु वहां के अस्पताल में उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गई। इंस्पेक्टर ने बताया कि रविवार की देर शाम तक भी मृतकों का कोई परिजन इस घटना के संबंध में कोतवाली नहीं आया है, क्योंकि मृतकों के पोस्टमार्टम से लेकर अन्य विधिक कार्रवाई भी अब मेरठ पुलिस द्वारा ही की जानी है।