उत्तराखण्ड
6 मार्च 2025
जिलाधिकारी ने किया हरिपुरा जलाशय गुलरभोज का स्थलीय निरीक्षण
रूद्रपुर। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बौर, हरिपुरा जलाशय गुलरभोज का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता सिंचाई ने बताया कि हरिपुरा जलाशय में 50 प्रतिशत से अधिक सिल्ट है। जिसकी डी सिल्टिंग कराना अति आवश्यक है। उन्होने बताया कि उपर पहाड़ो का पानी जंगलो, नदी, नालो के रास्ते मलवे के साथ हरिपुरा जलाशय में आता है। उन्होने बताया कि नहरों की सफाई हेतु शासन से विभाग को धनराशि प्राप्त होती है, मगर नदी, नालों, जलाशयो की सफाई हेतु धनराशि प्राप्त नही होती है। उन्होने बताया कि जमरानी बॉध बनने के बाद जमरानी का पानी भी हरिपुरा जलाशय में आयेगा। इसलिए हरिपुरा जलाशय का डी सिल्टिंग कराना अनिवार्य है।
जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई व जिला पर्यटन अधिकारी को जलाशयों में क्या-क्या क्रियाकलाप पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु हो सकते है, कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। अधिशासी अभियंता सिंचाई ने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु 13 डिस्ट्रीक 13 डेस्टिनेशन के अन्तर्गत बौर जलाशय तक 08 किमी0 सड़क बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था जो परिक्षण उपरांत कुछ अनापत्तियां निराकरण व पंतनगर विश्वविद्यालय से सड़क डिजायन तकनीकि वैट कराने हेतु प्राप्त हुआ था, जिसे डिजायन परिक्षण (वैट) कराने हेतु भेजा गया है। अधिशासी अभियंता सिंचाई व तहसीलदार ने बताया कि हरिपुरा जलाशय के सिल्ट क्षेत्र में अवैध खेती करते है। जिस पर जिलाधिकारी ने जलाशय सिल्ट क्षेत्र में अवैध खेती करने वालों को नोटिस देने के निर्देश दिये साथ ही अगले वर्ष से जलाशय क्षेत्र में खेती प्रतिबन्धित करने के निर्देश भी अधिशासी अभियंता व तहसीलदार को दिये।
जिला पर्यटन अधिकारी ने बताया कि जलाशय के किनारे ठेली, रेड़ी लगाने से कूड़ा-गंदगी होने से सफाई की समस्या उत्पन्न हो जाती है। उन्होने बताया कि गुलरभोज निकाय द्वारा मोबाईल शौचालय स्थापित किया गया है। मगर सफाई की व्यवस्था नही हो पा रही है। जिस पर जिलाधिकारी ने तहसीलदार को डाम क्षेत्र में दुकाने, ठेली, रेड़ी लगाने वालो के साथ बैठक कर कूड़े के समस्या का समाधान निकाला जाय साथ ही उन्होने जलाशय पार कोपा मुनस्यारी, कोपा बसन्ता आदि गांवो की सड़क व अन्य सुविधाओं की जानकारियां ली। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने बौर जलाशय के पास संचलित गेस्ट हाउस का निरीक्षण कर साफ-सफाई कराने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर डीएफओ यूसी तिवारी, अधिशासी अभियंता सिंचाई केएस डांगी, तहसीलदार लीना चन्द्रा, जिला पर्यटन विकास अधिकारी लता बिष्ट, सहायक अभियंता विशाल प्रसाद आदि मौजूद थे।
