उत्तर प्रदेश
15 जून 2020
पुरूष करते थे महिलाओं के नाम पर शिक्षक की नौकरी
लखनऊ। अनामिका शुक्ला केस ने यूपी के शिक्षक विभाग की नींद उडा दी । वहीं महिलों के नाम से पुरूष शिक्षक की नौकरी करने का मामला भी सामने आया। जी हां महिलाओं के नाम पर नौकरी करते हैं पुरूष नाम है सीता सिंह और कमला सिंह। सुनने में भले ही आपको यह अटपटा लगे लेकिन है सही। इन दोनों के प्रमाणपत्र जांच के बाद फर्जी मिलने के बाद कुछ महीना पहले ही बर्खास्त किया गया था। जब कासगंज के बा स्कूल में शिक्षिका अनामिका का मामला सामने आया तो बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों के कान खड़े हो गए। अफसर अब उन सभी जांचों को तेज कर रहे हैं जिनके अभिलखों में गड़बड़ी की शिकायतें हैं। बिजुआ और फूलबेहड़ ब्लॉक के प्राथमिक स्कूलों में तैनात रहे शिक्षक सीता सिंह और कमला सिंह के प्रमाणपत्रों को लेकर कई साल पहले बेसिक शिक्षा के अधिकारियों से शिकायतें हुईं। जांच के नाम पर अफसर टरकाते रहे। शिकायतकर्ता भी लगातार पैरवी में लगा रहा। जब जांच फाइनल हुई तो दोनों के प्रमाणपत्र फर्जी मिले। इस पर कुछ महीना पहले ही बीएसए बुद्धप्रिय सिंह ने दोनों को बर्खास्त कर दिया है। इन दोनों शिक्षकों का नाम सीता सिंह और कमला सिंह है। दोनों पुरुष शिक्षक विभाग में नौकरी कर रहे थे। हालांकि इन दोनों शिक्षकों के नाम ही सीता सिंह और कमला सिंह हैं। बताया जाता है कि यह शिक्षक एक-दो साल नहीं बल्कि 18-19 साल तक नौकरी करते रहे। फूलबेहड़ और बिजुआ के कई अन्य शिक्षक भी ऐसे हैं जिनके प्रमाणपत्र फर्जी होने की शिकायते हैं और जांच चल रही है।
