उत्तराखण्ड
3 जुलाई 2020
जिले में 264 आशा कार्यकर्ता बर्खास्त
चम्पावत। कोविड-19 के मद्देनजर एक्टिव सर्वे नहीं करने वाली 264 आशा कार्यकर्ताओं को बर्खास्त कर दिया है। आशा कार्यकर्ताओं को चंपावत जिले की 313 ग्राम पंचायतों के 656 गांवों में घर-घर जाकर जून माह में एक्टिव सर्वे करना था।इसके तहत 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग, दस साल तक के बच्चों को बुखार, खांसी आदि बीमारियों का ऑनलाइन सर्वे करना था। इस सर्वे को 30 जून तक पूरा किया जाना था, लेकिन जिले के ज्यादातर हिस्सों में ये काम शुरू ही नहीं हुआ। आशा कार्यकर्ता संगठन ने सुविधाओं की कमी और काम की अधिकता के चलते इस काम को नहीं करने का एलान किया था। अतिरिक्त सुविधाओं के बगैर काम नहीं करने के इस निर्णय पर वे अंत तक कायम भी रहीं। सीएमओ ने बताया कि सर्वे करने को लेकर आशा कार्यकर्ताओं को 12 मई, 14 जून और 27 जून को पत्र भेजे गए, लेकिन फिर भी उन्होंने काम की अनदेखी जारी रखी। जिले की 349 आशा कार्यकर्ताओं में से सिर्फ 85 ने सर्वे का काम किया। सीएमओ ने कहा कि समीक्षा बैठक में डीएम की ओर से दिए निर्देश के क्रम में आशाओं को हटाने और नई नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इसके चलते नई नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश जारी किया गया है।
