उत्तराखण्ड
24 अप्रैल 2022
कुमाऊं की शान एचएमटी फैक्ट्री में चला बुलडोजर
हल्द्वानी । कुमाऊं की शान कही जाने वाली एचएमटी फैक्ट्री का आवासीय परिसर ध्वस्त होने लगा है। बुलडोजर शहर की पहचान रही एचएमटी को ध्वस्त करने में जुटे हैं। 1985 में स्थापित फैक्ट्री का 1992 तक स्वर्णिम दौर रहा। कुप्रबंधन व दूसरी वजहों से रानीबाग स्थित फैक्ट्री बाद में गर्त में जाने लगी। केंद्र सरकार ने भारी उद्योग मंत्रालय ने 2016 में फैक्ट्री को बंद करने का फैसला ले लिया। यह फैक्ट्री अपने समय मेे एक हजार से अधिक लोगों के रोजगार का माध्यम रही । केंद्र के निर्णय के अनुसार एचएमटी फैक्ट्री की 33.32 एकड़ वन भूमि व 13.32 एकड़ लीज पर ली गई वन भूमि संबंधित विभागों को वापस कर दी गई। वन विभाग ने अपनी भूमि को उसी स्वरूप में लौटने के लिए लिया कहा, जिस स्वरूप में उसे दी गई थी। ऐसे में एचएमटी प्रबंधन ने करीब 30 से अधिक आवासीय कालोनी वाले वन भूमि के परिसर को ध्वस्त कराना शुरू कर दिया है। इसका जिम्मा ठेकेदार को दिया गया है। फरवरी 2020 में केंद्र सरकार के नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रशन कारपोरेशन यानी एनबीसीसी को भूमि प्रबंधन एजेंसी के रूप में नियुक्त किया गया।
