
उत्तर प्रदेश
6 मई 2020
गजब- लोगों की होली दिवाली एक साथ मनी
सहारनपुर। शराब की दुकानें खोली गई तो शराब के शौकीन लोगों की माना होली दिवाली एक साथ मन गई। सुबह से शाम तक शराब की जमकर खरीदारी हुई और दोस्तों के साथ जाम लड़ाए गये। हैरत की बात तो यह है कि एक ही दिन में इतना खर्च कर दिया कि दूध-दवा पर होने वाले खर्च को भी पीछे छोड़ दिया। जिले में शराब का एक दिन का कारोबार दूध के 10 दिन के कारोबार के बाराबर रहा। एक अनुमान के मुताबिक जिले में दूध की आपूर्ति 40 से 50 हजार लीटर प्रतिदिन है। लॉकडाउन में मांग और उत्पादन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। लॉकडाउन के बाद से 35 से 40 हजार लीटर दूध की खपत होती है। यानि 50 रुपये प्रतिलीटर के रेट से जिले में प्रतिदिन 20 लाख रुपये का दूध का कारोबार हो रहा है। बात दवाई की करें तो सहारनपुर ड्रगिस्ट एवं कैमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील त्यागी के मुताबिक, जिले में आम दिनों में पांच से छह करोड़ रुपये का दवा करोबार होता है। लेकिन लॉकडाउन में यह कारोबार घटकर दो से ढाई करोड़ रह गया है। अब शराब की बात करें। जिले में सोमवार को ही शराब के शौकीन लोगों ने 5790 पेटी शराब की खरीद ली। जिसकी अनुमानित कीमत करीब ढाई करोड़ रुपये मानी जा रही है। दूध और शराब के कारोबार की तुलना की जाए तो दूध के 10 दिन के जितना कारोबार शराब का एक दिन का रहा। जबकि दवा को भी शराब के कारोबार ने पीछे छोड़ दिया।
फैक्ट फाइल
दूध की सप्लाई -करीब 35 से 40 हजार लीटर प्रतिदिन
-दवा कारोबार —ढाई से तीन करोड़ रुपये प्रतिदिन
-शराब की बिक्री हुई–5790 पेटी
अनुमानित कारोबार—दो से ढाई करोड़
-वर्जन
जिले में प्रतिदिन 35 से 40 हजार लीटर दूध की सप्लाई होती है। औसतन 20-22 लाख रुपये का कारोबार होता है।
-रणधीर सिंह, अभिहीत अधिकारी खाद्य सुरक्षा।
0–जिले में सोमवार को करीब 5790 पेटी शराब की बिक्री हुई। अलग-अलग रेट की शराब होने के कारण कोराबार का आंकलन सही नहीं हो पाया। फिर भी करीब दो से ढाई करोड़ का कारोबार हुआ है।
-वरुण कुमार, जिला आबकारी अधिकारी।
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