गढ़वाल और कुमाऊं मंडल को जोड़ने वाली कंडी रोड को लेकर एक बार फिर जगी आस

गढ़वाल और कुमाऊं मंडल को जोड़ने वाली कंडी रोड को लेकर एक बार फिर जगी आस

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उत्तराखण्ड
21 अप्रैल 2022
गढ़वाल और कुमाऊं मंडल को जोड़ने वाली कंडी रोड को लेकर एक बार फिर जगी आस
कोटद्वार। गढ़वाल और कुमाऊं मंडल को जोड़ने वाली कंडी रोड को लेकर एक बार फिर आस जगी है। उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कोटद्वार विधानसभा में कंडी रोड के अंतर्गत पड़ने वाले लालढांग-चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग के निर्माण कार्य को लेकर वन एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। दोनों मंडलों जोड़ने वाली इस सड़क पर अभी सेंट्रल इम्पावर्ड कमेटी (सीईसी) की जांच चल रही है.

इस जांच के बाद इस सड़क मार्ग पर सुधारीकरण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इस बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने 11 किलोमीटर लंबे लालढांग-चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग के निर्माण के लिए त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए. गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों को राज्य के भीतर ही सीधे आपस में जोड़ने वाली लैंसडाउन वन प्रभाग के अंतर्गत कंडी रोड (रामनगर-कालागढ़-चिलरखाल-लालढांग) के चिल्लरखाल-लालढांग हिस्से के मोटर मार्ग निर्माण मे हो रही देरी के लिए अधिकारियों से जानकारी ली. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने वन एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ बैठक कर तमाम पहलुओं पर चर्चा की. अधिकारियों ने बताया गया कि इस मोटर मार्ग के सुदृढ़ीकरण के कार्य हेतु लोक निर्माण विभाग, दुगड्डा को कार्यदायी संस्था बनाया गया है. बताया कि वन विभाग की राज्य सेक्टर वन मोटर मार्गों ट्रेक रूटों तथा अश्व मार्गों का सुदृढ़ीकरण के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 में चिल्लरखाल-लालढांग मोटर मार्ग के सुदृढ़ीकरण कार्य हेतु 613.30 लाख रुपए की स्वीकृति प्राप्त हुई थी, जिसमें लोक निर्माण विभाग द्वारा डामरीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया था.

इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने वन विभाग के अधिकारियों को चिल्लरखाल-लालढांग से आवागमन करने वाले लोकल वाहनों को टोल टैक्स में छूट देने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को आवागमन में किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए. वहीं, सभी वाहनों को समय सीमा के अंतर्गत ही वन क्षेत्र से वाहनों को आवागमन करवाये जाने के लिए निर्देशित किया. उन्होंने कहां की सूर्य उदय के बाद एवं सूर्यास्त से पहले तक के समय के दौरान ही वाहनों को इस वन मोटर मार्ग से गुजारा जाए और यह नियम सभी प्रकार के वाहनों पर एक जैसा ही हो.

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